India Lockdown: एचईसी के तीनों प्लांट और सारे फर्नेश बंद, स्थापना के बाद पहली बार करना पड़ा ऐसा
India Lockdown Update. एचईसी में तमाम उपकरणों के बीच गैस प्लांट को भी किया जा रहा बंद। गैस प्लांट को बंद करने में लगेगा 12 घंटे का समय क्रेन का किया जा रहा इस्तेमाल।
रांची, जासं। लॉकडाउन के बीच एचईसी ने अपने तीनों प्लांट और सारे फर्नेश बंद करने का फैसला किया है। एचईसी में तमाम उपकरणों के बीच गैस प्लांट को भी बंद किया जा रहा है। कंपनी की स्थापना के बाद से पहली बार प्लांट बंद किया जा रहा है। प्लांट 14 अप्रैल तक बंद रहेंगे। कंपनी में अब वैसी मशीनों को भी बंद किया जा रहा है, जिन्हें चालू रखना अनिवार्य रहता था। इनमें एफएफपी के बड़े फर्नेश, गैस प्लांट और अन्य मशीनें शामिल हैं।
संचालन के 60 साल से ज्यादा होने के कारण इसके गेट को बंद करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। कायदे से इसके दरवाजे बंद करने में 12 घंटे का वक्त लगता है। मगर अभी इसे बंद करने के लिए क्रेन की मदद ली जा रही है। इसी प्रकार बॉयलर, सभी फर्नेश बंद कर दिए गए हैं। सभी फर्नेश पहली बार बंद किए गए हैं। फाउंड्री फोर्ज संयंत्र (एफएफपी) स्थित गैस प्लांट से प्रोड्यूसर गैस बनाई जाती है।
इससे मेटल गलाने और फर्नेश का भी काम होता था। एफएफपी दुनिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा फोर्जिंग और फाउंड्री संयंत्र है। संयंत्र का क्षेत्र 13,16,930 वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जिसमें 76,000 टन की मशीनरी स्थापित है। गैस प्लांट में अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए अरविंद चरण बताते हैं कि इस संयंत्र को शुरू करने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा था।
अब कोरोना के कारण बंद किए जाने के बाद इसे शुरू करने में कंपनी को करोड़ों रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे। इसके साथ ही इसे दोबारा शुरू करने में कम से कम सात दिनों का समय लगेगा। इस बार भी लॉकडाउन में एचईसी टाउनशिप की जरूरी सेवा से जुड़े लोग कोरोना योद्धा की तर्ज पर आमजन की सुविधा के लिए कार्य करते रहेंगे।
प्रधानमंत्री राहतकोष में एक दिन का वेतन देंगे एचईसी कर्मी
एचईसी के कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपने एक दिन का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है। सोमवार को इस संबंध में सर्कुलर जारी किया गया है। कोई कर्मचारी अपना वेतन दान नहीं करना चाहता है तो वह कार्यालय में इसके लिए लिखित आवेदन कर सकता है।