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हटिया पहुंची वेल्लोर स्पेशल ट्रेन, सैंकड़ों मरीजों को देख कुलियों के भी छलके आंसू; तस्‍वीरें

Vellore-Hatia Special Train विशाखापट्टनम में गैस रिसाव के कारण वेल्लोर से डाइवर्ट रूट से चलकर सुबह 5 बजे हटिया स्टेशन पहुंचने वाली स्पेशल ट्रेन 8 घंटे विलंब से पहुंची।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 08 May 2020 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 05:07 PM (IST)
हटिया पहुंची वेल्लोर स्पेशल ट्रेन, सैंकड़ों मरीजों को देख कुलियों के भी छलके आंसू; तस्‍वीरें
हटिया पहुंची वेल्लोर स्पेशल ट्रेन, सैंकड़ों मरीजों को देख कुलियों के भी छलके आंसू; तस्‍वीरें

रांची, जासं। Vellore-Hatia Special Train करीब 8 घंटे की देरी से आखिरकार वेल्लोर स्पेशल ट्रेन हटिया स्टेशन पर पहुंच गई। इस ट्रेन से सैंकड़ों मरीज अपने घर पहुंचे। सबके चेहरे पर खुशी के भाव दिखे। एकसाथ इतने मरीजों को देख हटिया स्‍टेशन पर मौजूद रहे कुली भी कुछ देर के लिए भावुक हो गए। सीएमसी वेल्लोर से इलाज करा लौट रहे मरीजों की कोरोना जांच के लिए सैंपल भी मौके पर लिया गया। इस क्रम में रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे। जिनकी तबीयत अच्छी नहीं थी उनके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था परिजनों द्वारा की गई थी। बाकी यात्री बसों से अपने गृह जिलों के लिए रवाना हुए।

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वेल्लोर से चलकर सुबह 5 बजे  हटिया स्टेशन पहुंचने वाली  स्पेशल ट्रेन  8 घंटे विलंब से पहुंची है। विशाखापट्टनम में गुरुवार को हुए गैस रिसाव के कारण रूट को डायवर्ट किया गया। ट्रेन का रूट डायवर्ट होने से ट्रेन अपने निर्धारित समय से पीछे चल रही थी। ट्रेन  काटपाडी स्टेशन से  6 अप्रैल  रात्रि 10 बजे खुली थी।

ट्रेन में प्रवासी मजदूरों के साथ साथ  सीएमसी वेल्लोर  में इलाज कराने वाले  मरीज और उनके परिजन भी सफर कर रहे हैं। ट्रेन में यात्रियों की संख्या 1200 बताई जा रही है।  यात्रियों के लिए बसों की व्यवस्था की गई है, जिन्हें हटिया स्टेशन से उनके गृह जिलों के लिए  रवाना किया जाएगा। सुबह 5 बजे ट्रेन के आने की सूचना पर प्रशासन के पदाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती चार बजे ही स्टेशन पर कर दी गई थी। 

प्रशासन ने ट्रेन में आ रहे मरीजों की सहूलियत को देखते हुए उन्हें निजी वाहन ले जाने की अनुमति दी है। इसके लिए बिरसा चौक पर निजी वाहनों के लिए पास बनाया जा रहा है। पास बनवाने के लिए अटेंडेंट 4 बजे ही स्टेशन पहुंच गए थे।  पास पर मरीज के साथ सिर्फ एक अटेंडेंट को जाने की अनुमति दी गई है।

हालांकि वैसे लोगों को परेशानी हो सकती है , जो पहले से ही  मरीज के साथ  ट्रेन में  आ रहे हैं। मरीज के संग अटेंडेंट की संख्या अधिक होने पर कुछ अटेंडेंट को बसों की सवारी करनी पड़ सकती है। क्योंकि वाहन में मरीज के संग सिर्फ एक ही अटेंडेंट की अनुमति है। 

ट्रेन से आने वाले मजदूरों के लिए हटिया रेलवे स्टेशन पर प्रारंभिक जांच थर्मल स्कैनर से की जाएगी। हटिया स्टेशन से निकलने के दो रास्ते हैं, इन दोनों रास्तों पर शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए सबको बाहर निकाला गया।

बसों से उन्हें उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया जाएगा। स्टेशन पर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। आने वाले यात्रियों को होम क्वॉरेंटाइन कराया जाएगा। उनके घर के बाहर स्टीकर लगाया जाएगा, हाथों में स्टांप लगाया जाएगा।


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