गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने रांची के गली-मोहल्लों में बनाया गिरोह, व्यवसायियों को फोन कर मांग रहे रंगदारी
Jharkhand News गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने अपने गिरोह को अलग-अलग जिम्मेदारी दे रखी है। पीएलएफआइ के अलावा गैंगस्टर सुजीत सिन्हा से रांची के व्यवसायी परेशान हैं। इससे रांची के व्यवसायियों जमीन कारोबारियों और बिल्डरों में भय व्याप्त है।
रांची, जासं। रांची में पीएलएफआइ के अलावा गैंगस्टर सुजीत सिन्हा का गिरोह भी खुलकर रंगदारी वसूलने की फिराक में है। हाल ही में सुजीत सिन्हा के नाम पर पंडरा इलाके में धमकी भरा पोस्टर छोड़ा गया था। इसमें जमीन कारोबारियों और बिल्डरों को चेतावनी देकर कहा गया था कि सुजीत सिन्हा से मिलने के बाद ही किसी भी तरह का कारोबार करें। इससे पहले दिवंगत बिल्डर अभय सिंह से रंगदारी मांगी गई थी।
उनके कार्यालय में फायरिंग भी की गई थी। सुजीत सिन्हा ने रांची शहर के गली मोहल्लों में अपना गिरोह तैयार कर रखा है। गिरोह में अलग-अलग लोगों का अलग-अलग काम है। कोई कारोबारियों की सूचना जुटाता है तो कोई रंगदारी के लिए संपर्क करता है। जबकि सुजीत सिन्हा के नाम पर लोगों को मयंक सिंह कॉल कर धमकी देता है। पर्चा भी भेजता है। अब तक सुजीत के नाम पर जितने भी व्यवसायियों से रंगदारी मांगी गई है, उसे फोन करने वाला और लेटर देने वाला खुद को मयंक सिंह बताता है।
रांची और दूसरे जिलों में सुजीत सिन्हा के खिलाफ रंगदारी के जितने भी मामले दर्ज हैं, सभी में मयंक सिंह के नाम का जिक्र है। रांची पुलिस पिछले कई माह से इस बात का पता लगाने में जुटी है कि मयंक सिंह कौन है। सुजीत को जब रिमांड पर लिया गया था तो उसने मयंक सिंह के बारे में बताया था। सुजीत ने कहा था कि वह मयंक सिंह को जानता है।
सुजीत सिन्हा गैंग द्वारा रंगदारी के मामले
केस 01
बरियातू इलाके में बिल्डर स्व अभय सिंह से रंगदारी के तौर पर दो करोड़ रुपये मांगे गए थे। रंगदारी मांगने वाले ने खुद का नाम मयंक सिंह बताया था। इस मामले में अभय सिंह के कार्यालय में हमला भी हुआ था। पुलिस ने समय रहते भारी मात्रा में हथियार और ग्रेनेड बरामद किये थे। पांच लोगों को जेल भी भेजा गया था।
केस 02
तुपुदाना स्थित शाकंभरी राइस मिल के संचालक अनीश शर्मा से एक करोड़ रुपये रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी का पैसा नहीं देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस मामले में भी रंगदारी मांगने वाले ने खुद का नाम मयंक सिंह बताया था।
केस 03
शाकुंभरी राइस मिल के पार्टनर प्रवीण कुमार से एक करोड़ रुपये रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी का पैसा नहीं देने पर व्यवसायी की हत्या करने की बात कही गई थी। पुलिस मामले में अब तक रंगदारी मांगने वाले का पता नहीं लगा पाई है।
व्हाट्सएप के वर्चुअल नंबर से भेजा जाता है रंगदारी के लिए मैसेज
रंगदारी के लिए सुजीत सिन्हा गैंग के अपराधी व्हाट्सएप के वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करते हैं। वर्चुअल नंबर से ही मैसेज भेजा जाता है। राइस मिल के संचालक को भेजे गए मैसेज में कहा गया था कि बॉस का आदेश है की आप सहयोग के रूप में एक करोड़ नकद राशि देंगे तो आपका रिश्ता आगे तक रहेगा और नहीं देकर तीन-पांच कीजिएगा तो रंगदारी के रूप में देना होगा। इस वर्चुअल नंबर से भेजे गए मैसेज की वजह से तुरंत चेक कर पाना मुश्किल होता है। हालांकि पुलिस की तकनीकी टीम नंबर को ट्रैक करने में जुटी है।