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Koderma DC ने खुद गढ़ी गणेश प्रतिमा, धूमधाम से की पूजा; देखें तस्‍वीरें

Koderma Jharkhand News अपने आवास में मूर्ति तैयार करने से लेकर डेकोरेशन तक का सारा काम खुद डीसी रमेश घोलप ने किया।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 22 Aug 2020 01:58 PM (IST)Updated: Sun, 23 Aug 2020 11:13 AM (IST)
Koderma DC ने खुद गढ़ी गणेश प्रतिमा, धूमधाम से की पूजा; देखें तस्‍वीरें
Koderma DC ने खुद गढ़ी गणेश प्रतिमा, धूमधाम से की पूजा; देखें तस्‍वीरें

काेडरमा, जासं। कोडरमा के उपायुक्‍त रमेश घोलप प्रशासनिक अधिकारी के साथ-साथ एक कुशल मूर्तिकार भी हैं। मां के साथ चूड़ी बेचने से लेकर आइएएस बनने तक का सफर पूरा करने वाले कोडरमा उपायुक्त रमेश घोलप के लिए गणपति उत्सव ख़ास मायने रखता है। यही वजह है कि अपने आवास में मूर्ति तैयार करने से लेकर डेकोरेशन तक का सारा काम खुद डीसी ने किया।

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2012 बैच के आइएएस और कोडरमा उपायुक्त रमेश घोलप पूरे भक्तिभाव के साथ अपनी पत्नी और बच्चों के साथ गणेश उत्सव मना रहे हैं और 10 दिनों तक भगवान गणेश कोडरमा उपायुक्त आवास में विराजे रहेंगे। उपायुक्‍त की मूर्ति बनाती तस्‍वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं। मूलरूप से महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के महागांव निवासी रमेश घोलप जिले की प्रशासनिक व्‍यवस्‍था को तो संभाले हुए ही हैं, साथ ही अपने घर में होने वाले गणेश पूजन को लेकर भी तैयारी की।

रमेश घोलप शुक्रवार से ही पूजा की तैयारी में लगे हैं। उन्‍होंने शुक्रवार को दिन भर दफ्तर का काम घर से ही निपटाया और पूजा की तैयारी में लगे रहे। उन्होंने अपने घर में ही मिट्टी से स्वयं गणपति की प्रतिमा तैयार की। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा हो रही हैं। गणपति पूजा को लेकर उपायुक्त आवास में विशेष उल्लास है। पूजा के व्‍यस्‍त समय के बीच पूछे जाने पर उन्‍होंने बताया कि बचपन से ही मूर्ति बनाने का शौक है। इसलिए खुद ही मूर्ति तैयार कर पूजा करते हैं। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हुए लिखा कि आज घर में मिट्टी से पर्यावरणपूरक गणपति बप्‍पा की मूर्ति बनाई है। मिट्टी से मूर्ति बनाने का यह मेरा पहला प्रयास है।

उपायुक्त रमेश घोलप के लिए गणेश उत्सव के क्या मायने हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दो दिनों से गणेश उत्सव की तैयारी में जुटे थे। कोरोना संक्रमण के बीच इस बार उपायुक्त रमेश घोलप सिर्फ अपनी पत्नी रूपाली घोलप और दोनों बच्चे अक्षित और दिंगत के साथ ही गणेश उत्सव मना रहे हैं। शनिवार देर रात तक उन्होंने पूरे परिवार के संग भक्तिभाव से बप्पा की आराधना की।

मूलरूप से महाराष्ट्र निवासी उपायुक्त रमेश घोलप ने कहा कि पिछले 8 सालों से गणेश उत्सव महाराष्ट्र में मनाने का अवसर नही मिल पा रहा है। इसलिए वहां के गणपति उत्सव को बहुत मिस कर रहे हैं, लेकिन हर साल झारखंड के अलग-अलग जिलों में ही गणेश उत्सव मनाते आ रहे हैं। उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से लोग गणेश उत्सव पर बाहर ना निकलें और घरों में रहकर ही भगवान गणेश की आराधना करें। उन्होंने कहा कि गणेश उत्सव उनके जिंदगी में खास मायने रखता है। संघर्ष के दिनों से  लेकर अबतक हर मुश्किल घड़ी में बप्पा के आशीर्वाद ने मुश्किलों से उबारा है।

इको फ्रेंडली पूजा, पर्यावरण संरक्षण का संदेश कोरोना संक्रमण के बीच पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर डीसी ने इको फ्रेंडली मूर्ति खुद से तैयार की है और इसका विसर्जन भी वे अपने आवासीय परिसर में ही करेंगे। इसके साथ ही खास तौर पर उन्होंने भगवान गणेश की प्रतिमा के साथ अमरूद का पौधा भी रखा है। विसर्जन के दौरान ही अमरूद के पौधे को अपने आवासीय परिसर में लगाएंगे। उन्होंने बताया कि जिस तरह से लोग बिहार-झारखंड में दुर्गापूजा का जश्न मनाते हैं, उसी तरह से महाराष्ट्र में हर घर में गणपति उत्सव मनाया जाता है और हर घर में बप्पा पधारते हैं। अब धीरे-धीरे झारखंड में भी गणपति उत्सव के प्रति की धूम देखी जा रही है।


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