गुमला में गजराज ने मचाया तांडव, किसान की कुचलकर मौत
Gumla News धान की तलाश में हाथी भटकने लगे तभी खेत में पुआल का मचान बनाकर उसके नीचे सो रहे 65 वर्षीय किसान धनी टोपनो को एक हाथी ने अपने सूंड से उठा लिया और पटक कर पांव के नीचे कुचल कर मार डाला। इसके बाद हाथी चिंघाड़ने लगे।
गुमला, जागरण संवाददाता। गुमला जिला में फिर एक बार हाथियों का उत्पात बढ़ने लगा है। खूंटी के कर्रा क्षेत्र से गिड़ूम जंगल से 28 हाथियों का झुंड फिर एक बार गुमला गुरुवार की रात करीब दस बजे लौट आया है। हाथियों को आते देख ग्रामीणों ने उसे खदेड़ना का प्रयास किया लेकिन शुक्रवार की तड़के चार बजे कामडारा प्रखंड के रामतोलया पंचायत के पाकुटपाहन टोली गांव में प्रवेश कर गया।
65 वर्षीय किसान को हाथी ने कुचला
धान की तलाश में हाथी भटकने लगे, तभी खेत में पुआल का मचान बनाकर उसके नीचे सो रहे 65 वर्षीय किसान धनी टोपनो को एक हाथी ने अपने सूंड से उठा लिया और पटक कर पांव के नीचे कुचल कर मार डाला। इसके बाद हाथी चिंघाड़ने लगे। हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज सुनकर ग्रामीण दहशत में आ गए और अपने अपने घरों में ही दुबक गए। गांव में कुछ देर रुकने के बाद हाथी वापस जिस रास्ते से आए थे उसी रास्ते से गिरुमा जंगल लौट गए। इधर हाथियों के जाने के बाद ग्रामीण अपने अपने घरों से बाहर निकले तो देखा कि धनी टोपनो के घर से मात्र दो सौ मीटर की दूरी पर उसका शव पड़ा है। घटना की सूचना पुलिस व वन विभाग को ग्रामीणों ने दी।
वन विभाग ने दिया 20 हजार का मुआवजा
घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व पुलिस टीम मौके पर पहुंची। धनी टोपनो कुंवारा था और वह मचान के नीचे ही अक्सर रात को सोता था। इन 28 हाथियों का झुंड है में तीन बच्चे भी शामिल है। मृतक के परिजनों को वन विभाग की ओर से तत्काल सहायता राशि के रुप में 20 हजार रुपये मुआवजा दिया गया, जबकि मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए गुमला भेजा गया। वही पाकुट और चटकपुर में दर्जनों बारी में लगी सब्जी, गेंहू व खलिहान में रखा धान, मडु़वा को चट कर गए।