Jharkhand: एक माह में विधानसभा सचिवालय के चार अधिकारियों-कर्मियों का निधन
Jharkhand Coronavirus News COVID Update विधानसभा सचिवालय में आज शोकसभा आयोजित कर सभी को श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा सचिवालय के निजी सहायक दीपक कुमार शुक्ला का निधन 21 अप्रैल को कोरोना वायरस के संक्रमण से हो गया था।
रांची, राज्य ब्यूरो। पिछले एक माह के भीतर झारखंड विधानसभा सचिवालय के चार अधिकारियों-कर्मियों का असामयिक निधन हो गया। इनमें तीन अधिकारी-कर्मी का कोरोना व एक का पेट की बीमारी से निधन हो गया है। उनके निधन पर गुरुवार को विधानसभा सचिवालय में शोक-सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो, सभा सचिव महेंद्र प्रसाद, अपर सचिव विनय कुमार सिंह, संयुक्त सचिव मधुकर भारद्वाज, विशेष कार्य पदाधिकारी अतुल कुमार, उप सचिव सरोज कुमार, अवर सचिव राव दीपेंद्र सहित सभा सचिवालय के अन्य पदाधिकारियों व कर्मियों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
गौरतलब है कि विधानसभा सचिवालय के निजी सहायक दीपक कुमार शुक्ला का निधन 21 अप्रैल को कोरोना के संक्रमण से हो गया था। इसी तरह झारखंड विधानसभा सचिवालय के अवर सचिव मनोहर लकड़ा भी कोरोना वायरस से संक्रमित होकर बीमार पड़े और 26 अप्रैल को रिम्स में उनका निधन हो गया था। प्रशाखा पदाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद 30 अप्रैल को इलाज के दौरान राम अस्पताल में दम तोड़ दिया था। विधानसभा में मार्शल के पद पर कार्यरत मनोज कुमार को पेट की बीमारी थी। इसके चलते 14 मई को पटना के एक अस्पताल में निधन हो गया था।
टीका उपलब्ध कराने में सीएम ने मांगा राज्य में कार्यरत कंपनियों से सहयोग
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में कार्यरत विभिन्न कंपनियों को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि कंपनियां सीएसआर फंड के तहत अपने-अपने कार्य क्षेत्र में 18-45 साल के लोगों को कोविड-19 का वैक्सीन दिलाने में मदद करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा देश इस महामारी से जूझ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर भयावह रही है। राज्य सरकार ने अपने सीमित संसाधनों के साथ इस महामारी का सामना किया और निरंतर कर रही है। सभी को जीवन का अधिकार है।
यही वजह है राज्य सरकार ने राज्यवासियों के लिए जाति, धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर सभी को निश्शुल्क वैक्सीनेशन की व्यवस्था की है। ऐसे में अब जरूरत है कि राज्य सरकार और कॉरपोरेट सेक्टर लोगों के हित में एक साथ कार्य करें। राज्य में कार्यरत कंपनियां जागरूकता के प्रसार के साथ लोगों को वैक्सीनेशन दिलाने में मदद करें। सरकार वैक्सीनेशन के लिए लॉजिस्टिक में कंपनियों को हर तरह से सहयोग करेगी, ताकि हर जरूरतमंद झारखंडवासी को कोविड का टीका जल्द से जल्द लग सके।