पूर्व विधायक सबा अहमद बोले, बाबूलाल मरांडी पर विश्वास करना बड़ी भूल थी
Jharkhand. राजद में रह चुके सबा अहमद अपनी नई पारी को लेकर फिर से तैयारियों में जुट चुके हैं। सबा अहमद झाविमो से लंबे समय से जुड़े हुए हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। टुंडी के पूर्व विधायक सबा अहमद झाविमो में जिम्मेदारियों से दरकिनार किए जाने से खासे नाराज हैं। शनिवार को उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी पर विश्वास करना ही बड़ी भूल थी और अब इसका खामियाजा हर वह व्यक्ति उठाएगा जिसने कभी ना कभी भाजपा के साथ चलने का विरोध किया है। कहा कि, इन कार्यों से यही लग रहा है कि भाजपा में विलय के खिलाफ जो कोई भी कुछ बोलता उसे बाबूलाल मरांडी ने किनारे लगा दिया।
पहले राजद में रह चुके सबा अहमद अपनी नई पारी को लेकर फिर से तैयारियों में जुट चुके हैं। उन्होंने खुलासा तो नहीं किया लेकिन इतना जरूर बताया कि शीघ्र ही उनका निर्णय सबके सामने होगा। सबा अहमद ने शनिवार को दैनिक जागरण से बात करते हुए कहा कि अब पार्टी में उन्हीं लोगो को महत्वपूर्ण पद दिए गए हैं जो या तो भाजपा बैकग्राउंड के हैं या फिर भाजपा में विलय करने के हिमायती हैं।
ऐसे में बाबूलाल मरांडी अगर प्रस्ताव लाते हैं तो दो तिहाई से कहीं अधिक लोग उनके साथ भाजपा में जाने के लिए हामी भर देंगे। इसी मकसद से इतना सबकुछ किया गया है। अहमद ने कहा कि कभी उनसे पूछा नहीं गया लेकिन यह तो तय था कि जब भी बाबूलाल इस तरह का कदम उठाते तो पार्टी के लोग इसका विरोध करते। इसी कारण से दोनों विधायकों को पार्टी के अंदर कोई महत्वपूर्ण पद नहीं दिया गया।
अब विधायक भी पार्टी के मर्ज करने की स्थिति में कुछ नहीं कर सकेंगे। सबा अहमद झाविमो से लंबे समय से जुड़े हुए हैं और शुरुआती समय में जब कोई साथ नहीं था तब उन्होंने पार्टी को स्थापित करने का काम किया है। बकौल सबा अहमद, अब कोई बुलाएगा तो जरूर सोचेंगे फिलहाल तो मुक्त ही हो चुके हैं। वे अभी गैर भाजपा दलों से संपर्क में नहीं हैं।