जान को खतरा बता पूर्व डीजीपी के बेटे ने जमशेदपुर पुलिस से की थी शिकायत, कॉल डिटेल में मिली चौंकाने वाली जानकारी
Former Jharkhand DGP DK Pandey. जमशेदपुर के डीएसपी के हस्ताक्षर से डीजीपी को सीडीआर की ऑफिस कॉपी उपलब्ध कराई गई थी।
रांची, जासं। झारखंड के पूर्व डीजीपी डीके पांडेय, उनकी पत्नी डॉ. पूनम पांडेय और बेटे शुभांकन पर उनकी बहू द्वारा लगाए गए दहेज प्रताडऩा प्रकरण में लगातार अलग-अलग खुलासे हो रहे हैं। शुभांकन द्वारा तलाक की अर्जी में दिए गए पत्नी के मोबाइल कॉल डिटेल के बारे में चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पूर्व डीजीपी के बेटे शुभांकन ने जमशेदपुर पुलिस को आवेदन देकर एक मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया था।
शुभांकन ने पुलिस को बताया था कि उसे इस मोबाइल नंबर से फोन किया जा रहा है, धमकी दी जा रही है। उसके जान माल की रक्षा की जाए। आवेदन की जांच के दौरान पुलिस ने उस मोबाइल नंबर का सीडीआर निकाला। सीडीआर की जांच के दौरान पता चला कि उस नंबर से सबसे ज्यादा कॉल डीजीपी की बहू रेखा मिश्रा को किया जा रहा है। जांच में संबंधित मोबाइल पीयूष विजयवर्गीय का निकला था।
तलाक के लिए दायर शिकायत में बतौर साक्ष्य किया अटैच
शुभांकन ने तलाक के लिए कोर्ट में दायर शिकायत में संबंधित सीडीआर को बतौर साक्ष्य अटैच किया था। रेखा मिश्रा के अनुसार शुभांकन की शिकायत पर जब सीडीआर निकाला गया तो तत्कालीन डीजीपी डीके पांडेय ने उसे जांच के लिए अपने पास मंगवा लिया था। कांड की जांच कर रहे डीएसपी स्तर के अधिकारी से डीजीपी डीके पांडेय को सीडीआर की ऑफिस कॉपी उपलब्ध कराई गई। डीजीपी ने कॉपी ले ली और उसे कोर्ट में रेखा मिश्रा के खिलाफ बतौर साक्ष्य पेश कर दिया।
सीडीआर में पीयूष और रेखा की लगातार बातचीत की रिपोर्ट
सीडीआर देखने से साफ हुआ कि पीयूष के नंबर से लगातार रेखा मिश्रा के नंबर पर कॉल किए जा रहे थे। दोनों के बीच 6154 बार बातचीत के कॉल डिटेल हैं, जिनमें 326 कॉल लेट नाइट, 3792 कॉल्स ऑफिस आवर के दौरान और 604 काल्स लांग ड्यूरेशन के हैैं।
कोर्ट में ये साक्ष्य किए गए अटैच
- पीयूष और रेखा के बीच के
- वाट्सएप चैट
- फेसबुक चैट
- कॉल के सीडीआर
- सीजेएम कोर्ट में की गई शिकायत।
- तीन फोटोग्राफ
इन्हें बनाया गया था गवाह
शुभांकन ने कोर्ट में दायर तलाक की शिकायत में 5 गवाह बनाए गए थे। इनमें बड़े भाई तन्मय पांडेय, भाभी ऋतु पांडेय और जमशेदपुर निवासी शुभांकन के पड़ोसी अरुण सिंह को केस में बतौर गवाह प्रस्तुत किया गया।
27 जून को महिला थाने में दर्ज कराई थी प्रताडऩा की प्राथमिकी
डीजीपी के बेटे शुभांकन की पत्नी रेखा मिश्रा ने एफआइआर में बताया है कि तीन साल पहले उसकी शादी से पहले पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डीके पांडेय के बेटे शुभांकन से हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज की मांग को लेकर पति, सास व ससुर ताना देने लगे। रेखा को मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जाता था। प्रताडऩा जब हद से ज्यादा हो गई, तो वह अपने मायके में रहने लगी।
उन्होंने शनिवार को महिला थाने पहुंचकर अपने ससुर पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डीके पांडेय, सास डॉ. पूनम पांडेय व पति शुभांकन को आरोपित बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। उधर पूर्व डीजीपी की बहू रेखा मिश्रा ने आरोप लगाया है कि उसका पति शुभांकन पांडेय समलैंगिक है। जब उसने अपने ससुर पूर्व डीजीपी डीके पांडेय और सास डॉक्टर पूनम पांडेय को इसकी जानकारी दी तो उन लोगों ने मुंह बंद रखने के लिए कहा।
यहां तक की एक बार ससुर डीके पांडेय ने खुद उसके साथ संबंध बनाने की कोशिश भी की। यह भी कहा कि किसी और से संबंध बना लो। रेखा ने प्राथमिकी में बताया है कि 3 साल पहले उसकी शादी शुभांकन से हुई थी। शादी के बाद से ही शुभांकन की उसमें रुचि नहीं रही।
रेखा मिश्रा ने कहा है कि जब इलाज के लिए बेंगलुरु गए तब पता चला कि उसका पति समलैंगिक है। परेशान होकर आत्महत्या तक करने की सोचने लगी थी। सास शुभांकन से दूर रखने के लिए एनजीओ में बिजी रहने के लिए कहती थी। पुलिस के अनुसार, रेखा मिश्रा भाजपा नेता गणेश मिश्रा की बेटी हैं।
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