Move to Jagran APP

करोड़ों खर्च कर पौधारोपण, छायादार पेड़ बनने से पहले ही सूख गए Ranchi News

Jharkhand News पौधों की देखभाल नहीं होने से ज्यादातर पौधे सूख गए। 2020- 21 वित्तीय वर्ष में लगाए गए पौधों की लागत करोड़ों रुपये से ज्यादा रही। यानी कि एक किलोमीटर पौधरोपण में 10 लाख रुपये वन विभाग के खर्च हुए।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Fri, 26 Mar 2021 12:05 PM (IST)Updated: Fri, 26 Mar 2021 12:16 PM (IST)
करोड़ों खर्च कर पौधारोपण, छायादार पेड़ बनने से पहले ही सूख गए Ranchi News
Ranchi Jharkhand News रिंग रोड के किनारे अधिकांश पौधे सूख गए।

तुपुदाना (रांची), जासं। Ranchi Jharkhand News वन विभाग के द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में रिंग रोड के दोनों किनारे 10 किलोमीटर के दायरे में पौधरोपण किया गया था। इसमें करोड़ों रुपये खर्च हुए थे लेकिन स्थिति यह है कि 10% भी पौधे सही सलामत नहीं हैं। रिंग रोड सीटीओ से लेकर हाजी चौक तक रिंग रोड के दोनों किनारों में जहां जगह मिली, वहां पर पौधरोपण किया गया लेकिन पौधों की देखभाल नहीं होने से ज्यादातर पौधे सूख गए। आज स्थिति यह है कि 2020-21 वित्तीय वर्ष में लगाए गए पौधों की लागत करोड़ों रुपये से ज्यादा रही यानी कि एक किलोमीटर पौधरोपण में 10 लाख रुपये वन विभाग के खर्च हुए।

loksabha election banner

इस तरह पौधरोपण में सरकारी रुपयों का दुरुपयोग किया गया। रिंग रोड बनने के बाद सड़क के दोनों ओर छायादार वृक्ष लगाने की योजना वन विभाग के द्वारा बनाई गई थी। इस योजना के तहत पौधरोपण किया गया था, ताकि पौधे बड़े होकर छायादार पेड़ का रूप लें और रोड पर चलने वाले राहगीरों को छाया मिल सके, लेकिन विभागीय लापरवाही की वजह से पौधरोपण में भारी अनियमितता बरती गई। इससे इस महत्वाकांक्षी योजना ने दम तोड़ दिया।

पौधरोपण में इस तरह आई लागत

रिंग रोड में 10 किलोमीटर के दायरे में पौधरोपण के कार्य में वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा विभाग को दिए गए खर्च के ब्यौरा के अनुसार पौधरोपण में इन मदों पर एक करोड़ रुपया खर्च किया गया।

सर्वे सीमांकन एवं झाड़ी सफाई के मद में 76908।

आरसीसी पिलर 8200 पीस में मजदूरी 3490440 रुपये और पिलर का मूल्य 3947462 रुपये।

कंटीला तार का घेरा लगाने की मजदूरी 175409 रुपये एवं कंटीला तार का मूल्य 1447402 रुपये।

सीमेंट के पिलर एवं तार की ट्रांसपोर्टिंग में 35496 रुपये।

सभी खर्च कुल मिलाकर एक करोड़ सात लाख तीन हजार दो सौ 27 रुपये।

रांची खूंटी मुख्‍य पथ पर प्रकाश उच्च विद्यालय की बाउंड्री के समीप सड़क किनारे जो पौधे लगाए गए थे, उसने पेड़ का रूप ले लिया है लेकिन सड़क किनारे लोगों ने दुकान और मकान बना लिया। इस कारण वन विभाग की सड़क किनारे छायादार पेड़ लगाने की महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लग गया है। घर और दुकान बनाने के क्रम में पेड़ों को काट छांट कर नुकसान पहुंचाया गया है। साथ ही पेड़ को चारों तरफ से घेर दिया गया है, ताकि इनका ग्रोथ ना हो पाए और सूख जाए। एरिया के रेंजर श्रवन कुमार ने कहा कि पेड़ पौधे पब्लिक प्रॉपर्टी हैं और यदि लोगों ने सड़क किनारे अतिक्रमण कर पेड़ों को नुकसान पहुंचाया है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।

क्या कहते हैं डीएफओ

पौधे सूख गए, इसकी पड़ताल की जाएगी। बारिश में दोबारा पौधे लगाए जाएंगे। -एके दुबे, डीएफओ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.