कार्तिक महीना खत्म होते ही तेज हुई मांस-मछली की बिक्री, मटन-चिकन के दाम बढ़े Ranchi News
Jharkhand News सुबह सात बजे से ही कोकर बाजार लालपुर डंगरा टोली बहु बाजार डोरंडा बाजार रातू रोड बुटी मोड़ आदि जगह लोग खरीदारी के लिए पहुंच गए थे। कोकर बाजार में सामान्य दिनों से कई गुणा ज्यादा ग्राहक मछली की खरीदारी करते दिखे।
रांची, जासं। कार्तिक के महीने को सभी महीनों में सबसे श्रेष्ठ माना गया है। सोमवार को पूर्णिमा के साथ कार्तिक महीने खत्म हो गया। इसके दूसरे दिन मंगलवार था, ऐसे में बुधवार को शहर में मांस-मछली की जमकर बिक्री हो रही है। कार्तिक महीने और महाछठ पर्व के कारण शहर में बड़ी संख्या में परिवारों ने शाकाहार अपना लिया था। लेकिन कार्तिक महीना खत्म होते ही सुबह सात बजे से ही कोकर बाजार, लालपुर, डंगरा टोली, बहु बाजार, डोरंडा बाजार, रातू रोड, बुटी मोड़ आदि में लोग मांस-मछली की खरीदारी के लिए बाजार में पहुंच गए।
कोकर बाजार में सामान्य दिनों से कई गुणा ज्यादा ग्राहक मछली की खरीदारी करते दिखे। कोकर चौक पर मटन बेचने वाले सोनू ने बताया कि कार्तिक महीने में केवल एक से दो खस्सी बिक रहा था। मगर आज सुबह से सात खस्सी अभी तक काट चुके हैं। वहीं लोगों की भीड़ के कारण मटन, चिकन और मछली के दाम में भी बढ़ोत्तरी हुई है। मटन पहले 550 से 600 रुपये किलो बिक रहा था।
वहीं आज 650 से 725 रुपये किलो तक बिका। देशी खस्सी के लिए लोग खुशी से 750 रुपये किलो तक देने के लिए तैयार दिखे। वहीं चिकन के दाम में भी तेजी आई है। ब्यालर चिकन मीट पहले 180 से 200 रुपये किलो था। मगर आज 200 से 210 रुपये किलो बिका। वहीं मछली के भाव में भी तेजी देखने को मिली। जिंदा मछली के दाम में 20 से 30 रुपये प्रतिकिलो की तेजी देखने को मिली।
रेहू और कतला के अलावा लोकल मछली की मांग सबसे ज्यादा रही। कोकर मछली मंडी के राजेश ने बताया कि बुधवार को बाजार में तीन क्विंटल के लगभग मछली बिक्री के लिए मंगवाई गई है। इसमें विक्रेताओं की आधी मछली नौ बजे तक बिक चुकी है। हमें उम्मीद है कि दोपहर तक पूरा माल बिक जाएगा। उन्होंने बताया कि ग्राहक चलानी मछली से ज्यादा लोकल मछली की मांग कर रहे हैं।