दुष्कर्म की 70% घटनाओं में पीड़िता के पहचान के लोग शामिल, झारखंड में 11 माह में 1555 मामले
Jharkhand Misdeed Case News झारखंड के डीजीपी के आदेश पर पूरे राज्य में सामाजिक आर्थिक व शैक्षणिक दृष्टि से डाटा तैयार हुआ। राज्य में 11 माह में दुष्कर्म की 1555 घटनाएं हुईं। इसमें 1000 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाने के उद्देश्य से डीजीपी ने सभी जिलों को दुष्कर्म पीडि़ता व आरोपितों के शैक्षणिक, सामाजिक व आर्थिक दृष्टि से डाटा तैयार कराया है। डीजीपी के पास अब आंकड़े आ गए हैं, जिसके आधार पर पुलिस मुख्यालय में शीघ्र ही समीक्षा बैठक होगी। जिलों से मिले आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष जनवरी से नवंबर तक यानी कुल 11 माह में दुष्कर्म की 1555 घटनाएं घटीं, जिसमें 1041 घटनाओं में पीडि़ता के पहचान के लोग ही शामिल थे।
यह आंकड़ा कुल घटनाओं का 70 फीसद है। इनमें 102 घटनाओं (7 फीसद) में आरोपित पीडि़ता के परिवार के ही सदस्य थे। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार 1555 घटनाओं में शामिल 1000 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं, पुलिस ने 896 मामलों में चार्जशीट भी दाखिल कर दिया है। दुष्कर्म की पीडि़ताओं में 432 की उम्र 18 साल से कम, 648 की उम्र 18 साल से अधिक है। पीडि़ता में 412 अनुसूचित जनजाति, 267 अनुसूचित जाति से हैं।
झारखंड पुलिस के आंकड़े के अनुसार दुष्कर्म पीडि़ताओं में मध्यमवर्गीय परिवार की 545 और गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वाले परिवार की 1009 लड़कियां-महिलाएं हैं। अमीर परिवार की एक लड़की भी दुष्कर्म की शिकार हुई। शैक्षणिक आधार पर जो आंकड़े आए हैं, उसके अनुसार मैट्रिक कम शैक्षणिक योग्यता वाली 494, मैट्रिक पास 283, अशिक्षित 247 व स्नातक पास 39 पीडि़ता दुष्कर्म की शिकार बनी हैं।