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Cyber crime : रांची डीसी के नाम बनाया फर्जी फेसबुक अकाउंट, लोगों से मांगे जा रहे पैसे

रांची डीसी छवि रंजन के नाम पर एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बना ली गई है। इस फर्जी अकाउंट के जरिए साइबर अपराधी लोगों से पैसे की मांग कर रहे हैं। सोमवार को दर्जनों लोगों को डीसी के फर्जी अकाउंट से मैसेज भेजा गया और उनसे पैसे की मांग की गई।

By Sanjay Kumar SinhaEdited By: Published: Tue, 04 May 2021 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 04 May 2021 06:00 AM (IST)
Cyber crime : रांची डीसी के नाम बनाया फर्जी फेसबुक अकाउंट, लोगों से मांगे जा रहे पैसे
फर्जी अकाउंट के जरिए साइबर अपराधी लोगों से पैसे की मांग कर रहे

रांची(जासं) : रांची डीसी छवि रंजन के नाम पर एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बना ली गई है। इस फर्जी अकाउंट के जरिए साइबर अपराधी लोगों से पैसे की मांग कर रहे हैं। सोमवार को दर्जनों लोगों को डीसी के फर्जी अकाउंट से मैसेज भेजा गया और उनसे पैसे की मांग की गई। सभी से कहा गया कि जरूरी है, कुछ पैसे दो कल सुबह वापस कर दूंगा। सभी को फोन पे पर या गूगल पर करने के लिए कहा जा रहा। फोन पे के लिए 9455154044 नंबर भेजा जा रहा। वैसे लोगों से पैसे मांगा गया है जो डीसी के परिचित हैं या उनकी फ्रेंड लिस्ट में शामिल रहे हों। इनमें कई आइएएस, पुलिस अधिकारी और राज्य सेवा के प्रशासनिक अधिकारियों से पैसे मांगे गया है। यह फेसबुक अकाउंट ठीक वैसा ही बनाया गया है जैसा रांची डीसी का वास्तविक फेसबुक अकाउंट है। उसी तस्वीर का उपयोग किया गया है, जो रांची डीसी की मूल फेसबुक अकाउंट में लगी है। 

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दरअसल, साइबर अपराधियों की यह चाल लोगों को झांसे में लेने के लिए चली गई है। इसकी सूचना डीसी को मिली इसके बाद डीसी ने रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को सूचना दी है। रांची एसएसपी ने फेसबुक आईडी यूजर की तलाश के लिए एक विशेष टीम को लगाया है। साइबर सेल की टीम साइबर अपराधियों को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है।

पहले भी अधिकारियों के बनाए गए हैैं फर्जी अकाउंट 

साइबर अपराधियों ने इन दिनों फेसबुक को भी ठगी का हथियार बना लिया है। इससे पहले भी राज्य के कई पुलिस अधिकारियों के फर्जी अकाउंट के माध्यम से भी ठगी करने की कोशिश साइबर अपराधी कर चुके हैं। इनमें कोल्हान के डीआइजी राजीव रंजन ङ्क्षसह, बोकारो के पूर्व उपायुक्त मुकेश कुमार, झारखंड पुलिस के पूर्व डीएसपी अरङ्क्षवद कुमार सिन्हा, डीएसपी नेहालुदीन, सीआइडी के इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद भी शामिल हैं।

आइएएस, आइपीएस, डीएसपी, मंत्री व विधायकों के फेसबुक अकाउंट पर नजर : इन दिनों साइबर अपराधियों की नजर आइएएस, आइपीएस, डीएसपी, मंत्रियों, विधायकों, अफसरों, व्यवसायियों व नामचीन हस्तियों के फेसबुक एकाउंट पर रहती है। उनके अकाउंट का ठीक से अध्ययन करने के बाद ठग संबंधित व्यक्ति के मित्रों की सूची में शामिल लोगों को मैसेज भेजकर तबीयत खराब होने, अस्पताल में भर्ती होने और अति आवश्यक कार्य में व्यस्तता समेत तमाम विषम परिस्थितियों का हवाला देते हुए तात्कालिक रूप से रुपयों की मांग करता है। शाम तक या कल सुबह तक रुपये वापस करने का भरोसा भी देता है। इसी बहाने अगर कोई झांसे में आ गया तो उससे रुपये ठगकर अपराधी संबंधित फर्जी आइडी को क्लोज कर देता है।

ऐसे बच सकते हैं ठगी से

-किसी फेसबुक आइडी से मदद के नाम पर रुपये मांगे जाएं तो पहले उस व्यक्ति के मोबाइल या किसी संपर्क नंबर पर उससे कॉल कर लें। हकीकत का पता चल जाएगा। 

क्लोन आइडी साइबर अपराधी तब ही नहीं बना पाएगा, जब आपके आइडी की प्राइवेसी सेङ्क्षटग मजबूत न हो। 

अपना आइडी ओनली मी या ओनली फ्रेंड में रखेंगे तो साइबर अपराधी आपकी आइडी में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।

फर्जी फेसबुक आइडी से संबंधित कुछ प्रमुख मामले

केस 1 : कुछ दिन पूर्व ही सीआइडी के इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद के नाम पर साइबर अपराधियों ने फर्जी फेसबुक आइडी बना लिया था। इससे पहले कि वह किसी से रुपयों की मांग करता, इंस्पेक्टर को इसकी जानकारी मिल गई। उन्होंने उक्त फेसबुक आइडी को अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट करते हुए अपनी मित्र सूची के लोगों को यह सूचना दे दी कि कोई उक्त आइडी के चक्कर में नहीं पड़े, किसी ने उनका फर्जी आइडी बना लिया है।

केस 2 : कोल्हान के डीआइजी राजीव रंजन ङ्क्षसह का फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को अभी फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा ही जा रहा था कि उन्हें इसकी भनक लग गई। उन्होंने इस मामले में चाईबासा के टाउन थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई और अपने मूल फेसबुक वाल पर उक्त आइडी से सतर्क रहने के लिए अपने सभी मित्रों को आगाह किया।

केस 3 : बोकारो के तत्कालीन उपायुक्त मुकेश कुमार का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर साइबर अपराधी ने अभी लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजना शुरू ही किया था कि उनको इसकी जानकारी हो गई। उन्होंने एसपी चंदन कुमार झा से इसकी जांच कराने को कहा, जिसकी जांच चल रही है। ऐसे किसी अपराधी का पता नहीं चल पाया है।

केस 4 : झारखंड पुलिस के पूर्व डीएसपी अरङ्क्षवद कुमार सिन्हा के नाम से भी फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर उनकी मित्र सूची के लोगों से साइबर अपराधी ने रुपयों की मांग की। जिससे रुपये मांगे, उसने पूर्व डीएसपी को कॉल कर रुपये मांगने की वजह पूछा तो पता चला कि उन्होंने किसी से रुपये मांगे ही नहीं है।

मेरा फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों से पैसे की मांग की जा रही है। इस फर्जी अकाउंट से लोगों को बचने की जरूरत है। इसकी सूचना रांची के एसएसपी को दी गई है। साइबर फ्रॉड को पकडऩे की कोशिश की जा रही है।

छवि रंजन, डीसी रांची। 


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