रांची में डायल 100 पर मिल रहे घरेलू हिंसा की सूचनाएं, हर दिन आ रहे सात-आठ मामले
स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के पाबंदियों के बीच लोग घरों में रह रहे हैं। इस बीच घरेलू हिंसा की घटनाएं भी बढ़ गई है। इन दिनों डायल 100 पर लगातार पति पत्नी के झगड़े की सूचनाएं मिल रही है। पिछले वर्ष जब झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगा था।
रांची, जासं । स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के पाबंदियों के बीच लोग घरों में रह रहे हैं। इस बीच घरेलू हिंसा की घटनाएं भी बढ़ गई है। इन दिनों डायल 100 पर लगातार पति पत्नी के झगड़े की सूचनाएं मिल रही है। पिछले वर्ष जब झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगा था। तब डायल 100 डायल 112 के जरिए पुलिस वालों ने आम लोगों की जमकर मदद की थी । डायल 100 में जैसे ही कोई मदद के लिए पुलिस से गुहार लगा था पुलिस तुरंत उसकी मदद करती थी। इस बार भी कंट्रोल रूम के जरिए पुलिस आम लोगों की हर संभव मदद कर रही है।
लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस बार डायल 100 में सबसे ज्यादा मदद महिलाओं के द्वारा मांगा जा रहा है। वह भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उनके पति शराब पीकर घर आते हैं और आकर मारपीट करते हैं। इससे जाहिर स्वास्थ्य रक्षा सप्ताह के दौरान शराब की खोली दुकान गे घरेलू हिंसा है बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है। राजधानी रांची में औसतन हर दिन 7 से 8 ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें पति-पत्नी के बीच झगड़े की मुख्य वजह शराब है। रांची के कचहरी चौक स्थित कंट्रोल रूम में है। यहां 24 घंटे पुलिस की टीम शहर को मॉनिटर भी करती है इसके साथ-साथ डायल हंड्रेड के जरिए लोगों की शिकायतों को सुनकर उनका समाधान भी किया जाता है।
कम मिल रही अपराध की सूचनाएं
डायल 100 के जरिए शिकायतें तो कई तरह की आती है। अपराध से लेकर कई दूसरे मामलों को भी लेकर भी। हाल के दिनों में अपराध की वारदातों को लेकर बेहद कम सूचनाएं मिल रही। लेकिन घरेलू हिंसा की शिकायतें लगातार डायल 100 के जरिए पुलिस तक पहुंचाई जा रही है। पुलिस से मिले आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले 2 सप्ताह से अधिकांश मामले घरेलू झगड़ा का ही है , इसमें पहले नंबर पर शराब को लेकर मारपीट है , इसके अलावा कई जगह परिवार के पुरुष सदस्यों के द्वारा मारपीट की बातें भी आती है। इसके अलावा खाना बनाने को लेकर नवविवाहित जोड़ों में मारपीट के मामले भी पुलिस तक पहुंचे हैं।
कॉउंसलिंग से किया जा रहा निबटारा
डायल 100 के जरिए मिलने वाली सूचनाओं पर रांची पुलिस एक्टिव है। जैसे ही कोई सूचना डायल हंड्रेड के जरिए पहुंचती है ,तुरंत उस इलाके के पीसीआर और थाना को इसकी सूचना दी जाती है। अगर मामला पारिवारिक विवाद के बाद हिंसा का होता है तो पुलिस की पहली कोशिश यही होती है कि लोगों को समझा-बुझाकर मामला थाने तक ना पहुंचने दें। लेकिन अगर मामला गंभीर होता है तब उसे महिला थाना या फिर पुलिसकर्मी खुद मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करते हैं। दरअसल रांची पुलिस यह कतई नहीं चाहती है कि इस महामारी के समय किसी को जेल भेजा जाए। इसलिए पुलिस पति पत्नी के बीच काउंसलिंग करवा रही है। हालांकि जब मामला ज्यादा गंभीर होता है तो पुलिस कठोर कार्रवाई भी करती है।