पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रासबिहारी सिंह निलंबित
रांची राब्यू राज्य सरकार ने पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रासबिहारी सिंह को निलंबित कर दिया
रांची, राब्यू : राज्य सरकार ने पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रासबिहारी सिंह को निलंबित कर दिया है। उन पर सरकारी राशि के दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। सरकार ने उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
दरअसल, तीस दिसंबर को योजना सह वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी, जिसमें राज्य के पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग के अनुसूचित दर की समीक्षा की गई थी। इसमें पाया गया कि समान काम के लिए दोनों विभाग में अलग-अलग दर निर्धारित की गई है। अनुसूचित दर में असमानता होने की वजह से वित्तीय अनियमितता के कारण राज्यकोष को क्षति हुई है और इसका आकलन विस्तृत जांच के बाद ही संभव है। राज्य सरकार ने इसके लिए समिति के अध्यक्ष रास बिहारी सिंह को लापरवाह माना है। इसके लिए रास बिहारी सिंह से स्पष्टीकरण भी पूछा गया था, लेकिन उनके द्वारा दिए गए तर्क को सही नहीं माना गया है। इसके अलावा उनपर एक फर्जी कंपनी को 51.62 करोड़ रुपये का टेंडर के लिए भी जिम्मेदार बताया गया है। कहा गया कि सितंबर 2019 में कंपनी को 7.65 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया। जिसमें चार करोड़ रुपये मोबलाइजेशन एडवांस दिया गया। इसका खुलासा तब हुआ जब कंपनी को डिबार कर दिया गया। जानकारी मिलने के बाद कंपनी की ओर से सूचित किया गया कि राज्य में उनकी ओर से कोई कार्य नहीं किया जा रहा है और न ही कंपनी ने कोई अग्रिम राशि ली है। निविदा समिति के अध्यक्ष एवं विभाग के तकनीकी प्रमुख एवं नियंत्रण के रूप में सार बिहारी सिंह ने अपने कार्य में असफल रहे। इनकी विफलता के कारण सरकार को बड़ी धनराशि का नुकसान हुआ है।
इस बारे में हमें कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। जानकारी मिलने के बाद अगला कदम उठाएंगे।
- रास बिहारी सिंह, अभियंता प्रमुख, पथ निर्माण विभाग, झारखंड।