RSS All India Executive Board: बांग्लादेश में हिंदुओं को मिटाने की चल रही साजिश : संघ
RSS All India Executive Board बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचार को ले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने गहरी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वहां हिंदुओं के उन्मूलन का प्रयास चल रहा है। 1947 के बाद से ही सोची समझी रणनीति के तहत हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं।
जेएनएन, धारवाड़ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर गहरी चिंता जाहिर की है। कर्नाटक के धारवाड़ में चल रही संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के दूसरे दिन शुक्रवार को आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा कि 1947 के बाद से ही सोची-समझी रणनीति के तहत हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं। बांग्लादेश में 1947 में जहां 28 प्रतिशत हिंदू थे, जो अब बचकर मात्र आठ प्रतिशत रह गए हैं। इस माह दुर्गा पूजा के समय हुई घटना कोई अचानक नहीं हुई है।
इसलिए संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ ने राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर बांग्लादेश के व्यापक इस्लामीकरण के जिहादी संगठनों के षडयंत्र की घोर निंदा की गई। वहां की सरकार से मांग की है कि वास्तविक दोषियों पर कार्रवाई करें। अपील की गई है कि सरकार हिंदू सहित सभी अल्पसंख्यकों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करे। इस विषय पर अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भी आवाज उठाने की मांग की गई है। दूसरी ओर भारत सरकार से भी अपेक्षा की गई है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए राजनयिकप्रयास कर वहां की सरकार को हिंदू समाज एवं संस्थाओं की चिंता से अवगत कराए।
चुप्पी साधने वाली संस्थाओं पर सवाल
पारित प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि मानवाधिकार के तथाकथित प्रहरी संगठनों और संयुक्त राष्ट्र संघ से संबंधित संस्थाओं की इस घटना को लेकर चुप्पी पर भी प्रश्न उठाने की जरूरत है। वहीं इस तरह की घटनाओं पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपनी भूमिका तय करनी होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि बांग्लादेश या विश्व के किसी भी अन्य भाग में वैश्विक इस्लामिक शक्ति का उभार विश्व के लिए गंभीर खतरा है।
उन्होंने कहा कि संघ पूरी तरह से बांग्लादेश के हिंदू और बौद्ध जैसे अल्पसंख्यक समाज के साथ है। वहां की सरकार यह देखे की कैसे हिंदू सम्मानजनक जीवन जी सके। पत्रकार वार्ता में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर और आलोक कुमार उपस्थित थे। त्रिपुरा में हुए हिंसक घटना के सवाल पर कहा कि कानून किसी को भी अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।
देशव्यापी विस्तार की ओर बढ रहा संघ
अरुण कुमार ने कहा कि संघ देशव्यापी विस्तार की ओर बढ रहा है। यह कैसे होगा, इस पर बैठक में चर्चा हुई। कहा, रामजन्मभूमि निधि संग्रह अभियान के दौरान देश के 6.5 लाख गांवों में से 5.34 लाख गांवों के 12.73 लाख परिवारों तक पहुंचने में संघ परिवार के कार्यकर्ता सफल रहे। नगरों के सभी बस्तियों में जाने में सफल रहे। 25 से 30 लाख कार्यकर्ता इस अभियान में लगे। इसमें समाज के लोगों का भी सहयोग मिला, जो बाद में संघ के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।
नए लोगों को जोडऩे पर चल रहा है काम
अरुण कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के समय भी संघ के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर समाज के दूसरे लोगों ने भी जरूरतमंदों की मदद की। बाद में वैसे सभी लोग संघ के साथ जुड़कर काम करना चाह रहे थे। वैसे लोगों को संघ की पर्यावरण संरक्षण, परिवार प्रबोधन, सामाजिक समरसता और सामाजिक सदभाव की गतिविधियों से जोडऩे का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि बैठक में पिछले एक वर्ष के कामों की समीक्षा हुई। इसके साथ ही स्वाधीनता के 75 वर्ष पर हम क्या-क्या कर सकते हैं और क्या-क्या करना चाहिए, चर्चा हुई। आज बैठक का समापन हो जाएगा।