आनलाइन क्लास में छात्र ने लिखा आइ एम किलर
राजधानी के एक प्रतिष्ठित स्कूल में शुक्रवार को आनलाइन क्लास चल रही थी।
जागरण संवाददाता, रांची : राजधानी के एक प्रतिष्ठित स्कूल में शुक्रवार को आनलाइन क्लास चल रही थी। एक छात्र क्लास में ज्वाइन कर लिखा- आइ एम किलर। अन्य छात्र व शिक्षक परेशान हो गए। फिर उसे ब्लाक कर कक्षा का संचालन किया गया। दरअसल, इन दिनों आनलाइन क्लास में सबसे बड़ी समस्या छात्र स्वयं बन रहे हैं। छात्र-छात्राएं दूसरे स्कूल के अपने दोस्त को अपने स्कूल की आनलाइन कक्षा का लिंक शेयर कर देते हैं। कक्षा शुरू होते ही दूसरे स्कूल के छात्र लिंक के माध्यम से आनलाइन क्लास में शामिल होकर विभिन्न तरीके से बाधा पहुंचाते हैं। वे कभी कुछ लिखकर तो कभी कुछ उल्टा-पुल्टा बोलकर आनलाइन क्लास में बाधक बन रहे हैं। कई बार तो छात्र शिक्षक से गाली-गलौज भी करने लगते हैं।
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जल्द ही सुरक्षित हो जाएगा क्लास
डीएवी ग्रुप के निदेशक सह डीएवी हेहल के प्राचार्य एमके सिन्हा ने कहा कि आनलाइन क्लास में बाहर के बच्चे बाधक बनते हैं। शिक्षकों को क्लासरुम का कोड आफ कंडक्ट का पालन करने के लिए कहा गया है। बच्चों को सख्त हिदायत दी गई है कि लिंक शेयर नहीं करें। क्लास शुरू होने के पांच मिनट बाद इंट्री बंद कर जाती है। इन सबके अलावा हमने दिल्ली के एक कंपनी संपर्क किया है। उसने कहा वे आनलाइन क्लास को सुरक्षित कर देंगे। कोई बाहरी स्टूडेंट ज्वाइन करेगा तो उसका नाम, मोबाइल नंबर से लेकर सभी डिटेल्स पता चल जाएगा। एक-दो दिन में इस पर काम शुरू हो जाएगा।
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परीक्षा नजदीक होने से कम हुई है समस्या
सीबीएसई के सिटी को-आर्डिनेटर सह गुरुनानक स्कूल के प्राचार्य डा. मनोहर लाल ने कहा कि कक्षा नौ से बारह तक की आनलाइन कक्षाओं में बाहरी बच्चे ज्वाइन कर दिक्कत करते हैं। लेकिन अब ऐसी समस्या कम हुई है। कारण बोर्ड परीक्षा नजदीक आ गया है और छात्र भी समझ गए हैं अब केवल आनलाइन ही उपाय है। नहीं पढ़ेंगे तो फेल करेंगे। अभिभावक भी पहले की तुलना में अब बच्चों पर अधिक ध्यान देने लगे हैं। लेकिन इसमें अभी बहुत सुधार की जरूरत है। आनलाइन परीक्षा में सीनियर छात्र जूनियर को उत्तर बता देते हैं। अच्छे अंक की चाहत में अभिभावक भी ऐसा करते हैं। बच्चे लिंक दूसरों से शेयर न करें
केरलि स्कूल के प्राचार्य जैकब सीजे ने कहा कि आनलाइन क्लास में दूसरे स्कूल के बच्चे डिस्टर्ब करते हैं। बच्चे दूसरे स्कूल के अपने दोस्त से लिंक शेयर कर देते हैं। इसलिए ऐसी समस्या होती है। हमने शिक्षकों को अपने क्लास के सभी बच्चों की लिस्ट उपलब्ध करा दिया है। दूसरा नाम आने पर उसे ब्लाक कर दिया जाता है। बच्चों को समझाया जाता है कि परीक्षा नजदीक आ गया है। दूसरे के कारण अपना भविष्य नहीं खराब होने दें।