Money Laundering: मनी लांड्रिंग के आरोपी इंजीनियर को ईडी कोर्ट ने भेजा जेल
Money Laundering Case. उसे 24 जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में होटवार जेल भेज दिया गया। जेल भेजे जाने से पूर्व आरोपित का रिम्स मेरे कोविड-19 की जांच हुई।
रांची, जासं। मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्त में आए बर्खास्त इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा को गुरुवार को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे 24 जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में होटवार जेल भेज दिया गया। जेल भेजे जाने से पूर्व आरोपित का रिम्स में कोविड-19 की जांच हुई। मालूम हो कि राम विनोद प्रसाद सिन्हा को ईडी ने बुधवार को कोलकाता से गिरफ्तार किया था।
क्या है आरोप
खूंटी जिला परिषद में जूनियर इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा पर मनरेगा योजना से जुड़े 18 करोड़ 76 लाख 144 रुपये के फर्जीवाड़े का आरोप है। यह पिछले डेढ़ से 2 साल से फरार चल रहा था। ईडी ने उसके स्थायी एवं अस्थायी ठिकानों पर छापामारी कर चुकी है। साथ ही उसके परिजनों के नाम की संपत्ति को भी अपने कब्जे में पूर्व में ही ले लिया है।
अनुसंधान में पत्नी, बेटे व बेटी के पास जो संपत्ति मिली
पत्नी शीला कुमारी
विभिन्न स्रोतों से आय चार लाख, 46 हजार 541 रुपये थी। इन्होंने 96 लाख, 45 हजार 915 रुपये खर्च किए। यानी 91 लाख 99 हजार 374 रुपये का हिसाब नहीं मिला।
पुत्री पूजा सिन्हा
इनके खाते में पिता राम विनोद प्रसाद सिन्हा ने सरकारी योजना मद के 35 लाख रुपये स्थानांतरित किया और अपने दूसरे कारोबार के लिए निकलवाया। इनका अपने निजी आय का कोई स्रोत नहीं मिला।
बेटा राहुल कुमार सिन्हा
इनके नाम पर नोएडा में 60 लाख रुपये के फ्लैट खरीदे गए हैं। इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि पिता राम विनोद प्रसाद सिन्हा के निलंबन अवधि में दूसरे मकान का पावर ऑफ अटार्नी लेकर बेटे ने उसकी बिक्री की और उसी रुपये से नोएडा में फ्लैट खरीदा।