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झारखंड में अनलॉक से सुधरने लगी खजाने की सेहत

2323 करोड़ रहा पहली तिमाही में वाणिज्य कर विभाग का कलेक्शन जून में जीएसटी और वैट से आए 804 करोड़ केंद्र से जीएसटी कंपनसेशन के मद में भी मिले 470 करोड़

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 01:56 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 06:19 AM (IST)
झारखंड में अनलॉक से सुधरने लगी खजाने की सेहत
झारखंड में अनलॉक से सुधरने लगी खजाने की सेहत

आनंद मिश्र, रांची :

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कोविड-19 के दौर में लॉक डाउन में रियायत देने का निर्णय भले ही जोखिम भरा कहा गया था, लेकिन इस निर्णय ने आर्थिक संकट से गुजर रहे राज्य सरकार को बड़ा सहारा दिया है। सरकारी खजाने की स्थिति सुधरती दिखाई दे रही है। वाणिज्य कर विभाग का राजस्व संग्रह जून माह में पिछले माह के सापेक्ष तकरीबन दोगुना पहुंच गया है। इससे पहली तिमाही की उगाही के आंकड़ों को भी कुछ हद तक संभाला है। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में वाणिज्य कर विभाग ने खजाने में 2323 करोड़ जुटाने में सफलता प्राप्त की है।

इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सबसे अहम महीने जून में राज्य सरकार को कुल 804 करोड़ वैट और जीएसटी से आए। इसमें 552 करोड़ जीएसटी के मद में हासिल हुए, जबकि वैट से 252 करोड़ की आमदनी हुई। इतना ही नहीं केंद्र सरकार की कृपा भी बरसी और फरवरी-20 तक का 470 करोड़ बकाया जीएसटी कंपनसेशन भी मिला। कुल 1274 करोड़ रुपये सिर्फ जून में आए।

बता दें कि कोरोना से कारण लगाए गए लॉकडाउन का सीधा असर राजस्व संग्रह पर पड़ा था। अप्रैल और मई माह में राज्य सरकार के सबसे बड़े कमाऊ पूत वाणिज्य कर विभाग का कलेक्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। मई माह में जीएसटी और वैट से 447 करोड़ रुपये ही जुटे, जबकि अप्रैल माह में महज 412 करोड़। हालांकि अप्रैल में ही 190 करोड़ रुपये केंद्र से नवंबर-19 के जीएसटी कंपनसेशन के रूप में भी प्राप्त हुए थे, जिससे कलेक्शन का आंकड़ा 602 करोड़ पहुंच गया था। जबकि मई में कोई कंपनसेशन नहीं मिला।

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लक्ष्य फिर भी हासिल करना होगा मुश्किल

कोरोना से उपजी मंदी का असर अभी पूरे साल देखने को मिलेगा। वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए वाणिज्य कर विभाग ने 17 हजार करोड़ वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया था। जाहिर है प्रतिमाह 1400 करोड़ और पहली तिमाही 4250 करोड़ की आमद का अनुमान लगाया गया था, लेकिन पहली तिमाही में जुटे सिर्फ 2323 करोड़ ही जो कि तयशुदा लक्ष्य से 1927 करोड़ रुपये कम है। जाहिर है आगे सुधार भी हुआ तो भी लक्ष्य के करीब फटकना मुश्किल होगा।

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पिछले तीन माह का जीएसटी व वैट कलेक्शन

- अप्रैल : 412 करोड़

- मई: 447 करोड़

- जून : 804 करोड़

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