Jharkhand E-Pass: घबराएं नहीं, आपके लिए नहीं बदले ई-पास के नियम, अबतक 20 लाख पास बने
Jharkhand E-Pass इंटर स्टेट इंटर डिस्ट्रिक्ट और दूसरे राज्य से आने के लिए ई-पास बनने से पहले यात्री के निबंधित मोबाइल पर ओटीपी आएगी और ओटीपी सही तरीके से डालने के बाद ई-पास स्वत बनकर मिल जाएगा। जिले के अंदर ही मूवमेंट के लिए इसकी अनिवार्यता नहीं रखी गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand E-Pass ई-पास बनाने में आसानी इतनी अधिक हो गई कि लोगों ने गाड़ी का नंबर, पता आदि का सही विवरण दिए बिना ही पास बनवा लिए। जब तक राज्य सरकार सख्त होती तबतक 20 लाख से अधिक ई-पास बनकर तैयार हो चुके थे। अब राज्य सरकार ने पास बनने के लिए निर्धारितखर श्रेणियों में से तीन के लिए ई-पास बनने के पूर्व निबंधित मोबाइल पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आने की व्यवस्था लागू कर दी है।
मतलब यह कि इंटर स्टेट, इंटर डिस्ट्रिक्ट और दूसरे राज्य से आने के लिए ई-पास बनने से पहले यात्री के निबंधित मोबाइल पर ओटीपी आएगी और ओटीपी सही तरीके से ऑनलाइन आवेदन में डालने के बाद ई-पास स्वत: बनकर मिल जाएगा। जिले के अंदर ही मूवमेंट के लिए इसकी अनिवार्यता नहीं रखी गई है।
हालांकि गौर करने लायक बात यह है कि सर्वाधिक ई-पास जिले के अंदर मूवमेंट के लिए ही बन रहे हैं। 22 मई के आंकड़ों को देखें तो 20 लाख ई-पास में से 14.53 लाख ऐसे ई-पास हैं जो जिले की सीमाओं के अंदर ही आने-जाने के लिए बनाए गए हैं। इंटर-स्टेट मूवमेंट के लिए 1.05 लाख ई-पास, 5.36 लाख ई-पास एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए बनवाए गए हैं।
विभिन्न स्तरों पर शिकायतों के बाद परिवहन विभाग ने ई-पास बनवाने पर थोड़ी सख्ती बरती है लेकिन जिस श्रेणी में सबसे अधिक ई-पास बन रहे थे उस श्रेणी को अभी भी ओटीपी की व्यवस्था से मुक्त रखा गया है।