E-Pass Jharkhand: बिना पास वालों की शामत... अबतक 14.56 लाख लोगों ने बनवाए ई-पास
epass Jharkhand Ranchi epassjharkhand.nic.in झारखंड में लॉकडाउन के दौरान आवागमन करने की अनुमति मांगनेवाले 14.56 लाख लोगों को ई-पास दे दिया गया है। इस दौरान 62048 लोगों ने इंटर-स्टेट मूवमेंट के लिए पास की मांग की थी। 326969 लोगों ने इंटर डिस्ट्रिक्ट पास की मांग की।
रांची, राज्य ब्यूरो। epass Jharkhand Ranchi @ epassjharkhand.nic.in झारखंड में लॉकडाउन के दौरान आवागमन करने की अनुमति मांगनेवाले 14.56 लाख लोगों को ई-पास दे दिया गया है। इस दौरान 62048 लोगों ने इंटर-स्टेट मूवमेंट के लिए पास की मांग की थी। 3,26,969 लोगों ने इंटर डिस्ट्रिक्ट पास की मांग की और उन्हें भी एक जिले से दूसरे जिले तक जाने की अनुमति प्रदान की दी गई है। एक ही जिले में रहकर आने-जाने के लिए 10,44,262 लोगों के आवेदन को स्वीकृति दी गई है। राज्य के बाहर से अंदर आने के लिए 22990 लोगों को भी ई-पास दे दिया गया है।
मुद्दे से ध्यान भटका रही भाजपा : कांग्रेस
भाजपा की बुनियाद झूठ पर आधारित है और एक बार फिर भाजपा नेताओं ने झूठ बोलकर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश की है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डा. एम. तौसिफ ने बुधवार को कहा l उन्होंने कहा कि भाजपा कि केंद्र सरकार करोना जैसी महामारी की दूसरी लहर में देश के नागरिकों को स्वास्थ्य लाभ नहीं दे सकी। हजारों की तादाद में ऑक्सीजन एवं मामूली दवाओं के बगैर लोगों ने दम तोड़ दिया। झारखंड सरकार के काम करने के तरीके को देखकर भाजपा के नेता बौखला गए हैं। उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार तड़पते मरीजों को ऑक्सीजन नहीं दिला सकी और हद तो तब हो गई जब मरने के बाद उन्हें अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी तक मुहैया नहीं कराया जा सका। परिजनों ने मजबूर होकर शवों को गंगा में बहा दिया।
भाजपा पर जालसाजी का आरोप लगाकर कोतवाली थाने में शिकायत
भाजपा की बुनियाद झूठ पर आधारित है और एक बार फिर भाजपा नेताओं ने झूठ बोलकर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश की है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डा. एम. तौसिफ ने बुधवार को कहा l उन्होंने कहा कि भाजपा कि केंद्र सरकार करोना जैसी महामारी की दूसरी लहर में देश के नागरिकों को स्वास्थ्य लाभ नहीं दे सकी। हजारों की तादाद में ऑक्सीजन एवं मामूली दवाओं के बगैर लोगों ने दम तोड़ दिया। झारखंड सरकार के काम करने के तरीके को देखकर भाजपा के नेता बौखला गए हैं। उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार तड़पते मरीजों को ऑक्सीजन नहीं दिला सकी और हद तो तब हो गई जब मरने के बाद उन्हें अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी तक मुहैया नहीं कराया जा सका। परिजनों ने मजबूर होकर शवों को गंगा में बहा दिया।