चिकित्सकों के हितों का ख्याल करने वाला बजट पेश हो
---- जागरण संवाददाता रांची केंद्र सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले आम बजट को लेकर सम
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जागरण संवाददाता, रांची:
केंद्र सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले आम बजट को लेकर समाज के अलग-अलग वर्ग के लोगों के बीच से प्रतिक्रिया आ रही है। नये बजट पर सबकी निगाहें हैं। इस बीच चिकित्सकों ने भी सरकार के बजट को लेकर अपनी मांग रखी है। इसमें सरकारी अस्पतालों में सेवा देने वाले चिकित्सकों के लिए विशेष पैकेज की मांग की गई है। चिकित्सक सुरक्षा की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। इसके अलावा आयुष्मान योजना की समीक्षा का आग्रह किया गया है।
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चिकित्सकों की राय
बजट से यही उम्मीद है कि हेल्थ का शेयर बढ़ना चाहिए। स्वास्थ्य सेक्टर में ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए। क्यों कि स्वास्थ्य सबसे जरूरी है।
डॉ बी कुमार, फिजिशियन रिम्स बजट से काफी उम्मीदें हैं। इस सरकार ने हेल्थ सेक्टर में काफी ध्यान दिया है। आयुष्मान के तहत पांच लाख रुपये की सीमा और इसके तहत कवर किए जाने वाले डिजीज की संख्या को बढ़ाया जाना चाहिए ऐसी उम्मीद है।
डॉ संजय सिंह , फिजिशियन रिम्स लाइफ सेविंग ड्रग्स और सस्ती हों। जो भी मशीनें हम विदेशों से मंगाते हैं। उसपर लगने वाला टैक्स कम हो। ताकि ये मशीने सस्ती दर पर मिल सके। झारखंड में तीन मेडिकल कॉलेज हैं उन्हें अप लिफ्ट किया जाय। नन कम्यूनिकेबल डिजीज के प्रति लोगों को जागरूक किया जाय।
डॉ अजीत कुमार, अध्यक्ष
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन रिम्स बजट पॉकेट फ्रेंडली हो। आयुष्मान भारत का लाभ बीपीएल के साथ एपीएल परिवारों को भी मिलना चाहिए। सरकार इसके लिए उनसे कुछ योगदान ले सकती है। सरकारी अस्पतालों में दवाईयों और अन्य चीजों पर खर्च बढ़ाए। इससे हेल्थ फोर ऑल का संदेश पूरा होगा। डॉक्टरों को भी टैक्स में रियायत दी जानी चाहिए।
डॉ अंशुल, कॉर्डियक सर्जन रिम्स बजट से हमें यही उम्मीद है कि पिछले साल हेल्थ पर पहले जितना एलोकेट किया गया था। इस बार उससे अधिक किया जाय। कई जगहों पर आयुष्मान के लोन पेंडिंग की शिकायत आ रही है। सरकार को इस पर भी ध्यान देना चाहिए।
डॉ महिपाल, उपाध्यक्ष, जेडीए रिम्स