Railway Bridge: क्या आप जानते हैं... झारखंड में सबसे ऊंचा रेलवे पुल कहां है, विदेशी पर्यटक भी आते हैं यहां
Railway Bridge Jharkhand News Lohardaga Samachar झारखंड के लोहरदगा जिले में नामुदाग की वादियां पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करती हैं। यहां का 27 नंबर रेलवे पुल सेल्फी प्वाइंट के रूप में विकसित है। यहां कई गानों की शूटिंग हो चुकी है।
लोहरदगा, [राकेश कुमार सिन्हा]। क्या आप जानते हैं, झारखंड में भारतीय रेलवे का सबसे ऊंचा पुल कहां है। चलिए हम आपको बताते हैं। झारखंड के लोहरदगा जिले में नामुदाग स्थान पर 27 नंबर रेलवे पुल है। कुडू प्रखंड स्थित इस जगह की बात ही निराली है। यहां की प्राकृतिक वादियां लोगों को मंत्रमुग्ध करती हैं। पर्यटन विकास के रूप में यह स्थान सेल्फी प्वाइंट के रूप में विकसित है। जब आसमान छूती ऊंचाइयों से रेल की पटरी पर सरपट भागती हुई रेलगाड़ी दिखाई देती है, तब ऐसा लगता है, जैसे प्रकृति ने यहां के लिए कुछ खास दिया है। यहां पर कई गानों की शूटिंग भी हो चुकी है।
विदेशी पर्यटकों को भी यह स्थान खूब भाता है। पर्यटन के दृष्टिकोण से नामुदाग के बारे में जितना कुछ भी कहा जाए, वह काफी कम है। सबसे खास बात यह है कि इसे ईकोटूरिज्म के रूप में विकसित किया गया है। लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड में नामुदाग या मुगलदाहा नदी और रेलवे पुल का आकर्षण लोगों को अपनी ओर बरबस ही आकर्षित करता है। जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर और कुडू प्रखंड मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूरी पर स्थित यह प्राकृतिक स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
नए साल में लोग यहां पिकनिक मनाने को लेकर आतुर नजर आते हैं। शंख नदी मोड़ और लुकईया मुख्य पथ पर स्थित यह पर्यटन स्थल राज्य का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे पुल है। यहां से टोरी-रांची रेल के गुजरने के समय नजारा लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यहां के प्राकृतिक नजारे को देखने के लिए राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा विदेशी मेहमान भी पहुंचते हैं। मुगलदाहा नदी और दूर-दूर तक फैला जंगल लोगों को मोहित करने के लिए काफी है। प्राकृतिक सुंदरता को लेकर क्षेत्र की बात ही निराली है।
यहां पर कई फिल्मों की शूटिग और कई नागपुरी तथा बॉलीवुड गानों की शूटिंग भी हो चुकी हैं। प्राकृतिक दृष्टिकोण से काफी सुंदर यह स्थान पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थानों में से एक है। यहां पर हर साल हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है। यही कारण है कि वन विभाग ने इस क्षेत्र को ईकोटूरिज्म के माध्यम से विकसित किया है। इसकी वजह से लोगों का आकर्षण इस क्षेत्र में बढ़ा है। प्लास्टिक फ्री एरिया होने की वजह से ही इस क्षेत्र में एक अलग पहचान नजर आती है।
लोग पूरे परिवार के साथ इस क्षेत्र में पिकनिक मनाने और समय गुजारने को लेकर पहुंचते हैं। बच्चों के लिए भी यह स्थान काफी मनमोहक और उन्हें काफी पसंद आता है। दूर-दूर से लोग यहां पर पूरे परिवार के साथ घूमने के लिए पहुंचते हैं। न जाने प्रकृति ने सुंदरता की कौन-सी नेमत यहां दी है, जो एक बार यहां आता है, वह इसे भूल नहीं पाता। हर ओर फैले जंगल, हरियाली और शांत माहौल इस स्थान को खास बना देते हैं। नामुदाग की प्राकृतिक वादियों की ख्याति इंटरनेट पर भी खूब नजर आती है। लोग इसके बारे में लिखना, वीडियो बनाना और बोलना पसंद करते हैं।