एचईसी ट्रेनिग सेंटर में विवाद, दुर्व्यवहार के आरोप में सस्पेंड डिप्टी मैनेजर ने लगाया अनियमितता का आरोप
एचईसी ट्रेनिग सेंटर में चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच विवाद गहरा गया है।
जासं, रांची, तुपुदाना : एचईसी ट्रेनिग सेंटर में चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच विवाद गहरा गया है। महाप्रबंधक पीके बोहरा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। दरअसल, उन्होंने ट्रेनिग सेंटर के ही एक डिप्टी मैनेजर आनंद कुमार गिरी को अपने साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड होने वाले आंनद कुमार गिरी ने ट्रेनिग सेंटर में कई अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा है कि वे लगातार शिकायत कर रहे थे। इसलिए छुट्टी वाले दिन उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। इसकी सूचना उन्हें मेल से मिली। सस्पेंशन के बारे में जानकारी लेने के लिए ट्रेनिग सेंटर पहुंचे तो वहां पीके बोहरा नहीं मिले। कर्मचारियों से जानकारी मिली कि मुख्यालय गए हैं। इस बाबत पूछने पहुंचने पर सीआइएसएफ से पकड़वाकर धुर्वा पुलिस थाने में हिरासत में भेजवा दिया गया। पुलिस की पूछताछ में डिप्टी मैनेजर ने बताया कि अनियमितता का आरोप लगाने की वजह से सस्पेंड होना पड़ा और थाने से पकड़वा दिया गया है। इस मामले में प्रबंधन की ओर से खबर लिखे जाने तक कोई एफआइआर दर्ज नहीं कराई गई थी।
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बात करने गए तो हो गया था हंगामा : पुलिस के अनुसार आंनद कुमार गिरी जब एचईसी मुख्यालय पहुंचे तो निदेशक (पर्सनल) प्रशांत कुमार पाठक ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया। वहां पहले से पीके बोहरा और सीआइएसएफ के लोग मौजूद थे। हालांकि वहां उन्हें अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला। इस दौरान बहस करने पर हंगामा हो गया। इसबीच निदेशक (पर्सनल) के आदेश पर सीआइएसएफ ने आंनद कुमार को पकड़कर धुर्वा थाना भेज दिया। धुर्वा थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि मामला एचईसी के दो अधिकारियों के बीच विवाद का है। ऐसे में बिना जांच के कार्रवाई नहीं की जा सकती। गौरतलब है कि इससे पहले भी पीके बोहरा पर ट्रेनिग सेंटर के छात्रों के साथ भी दुर्व्यवहार का आरोप लगा था। ट्रेनिग सेंटर की गलती से पूरे एक सत्र के बच्चों के प्रैक्टिकल का नंबर नहीं चढ़ा जिससे सभी बच्चे फेल हो गए। इसके बाद वहां छात्रों ने काफी तोड़फोड़ किया था।