2.45 करोड़ नकदी वाले जूनियर इंजीनियर पर अब चलेगा आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा; जानें पूरा मामला
दस हजार रुपये रिश्वत लेते गुरुवार को पकड़े गए ग्रामीण विकास विभाग सरायकेला के जेई सुरेश प्रसाद वर्मा पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा चलाने की तैयारी है।
रांची, राज्य ब्यूरो। ग्रामीण विकास विभाग सरायकेला के जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा चलाने की तैयारी है। झारखंड पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो दस्तावेज तैयार कर रही है, जिसपर जूनियर इंजीनियर से आय-व्यय का ब्योरा मांगेगी और उसकी समीक्षा के बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक और प्राथमिकी दर्ज करेगी। फिलहाल, सुरेश प्रसाद वर्मा जेल भेज दिए गए हैं। वे गुरुवार को एसीबी जमशेदपुर की टीम के हाथों दस हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किए गए थे। इसके बाद जब एसीबी की टीम ने उनके आवास की तलाशी ली, तो वहां से दो करोड़, 45 लाख 44 हजार रुपये नकदी व काफी मात्रा में आभूषण व निवेश से संबंधित कागजात मिले।
जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा की गिरफ्तारी गुरुवार को जमशेदपुर के साकची थाना क्षेत्र के आइडीए कालोनी निवासी विकास कुमार शर्मा की शिकायत पर हुई थी। उन्होंने एसीबी जमशेदपुर को 23 अक्टूबर 2019 को लिखित आवेदन देकर बताया था कि उनकी मां दीपा शर्मा जय माता दी इंटरप्राइजेज की प्रोपराइटर हैं। जय माता दी इंटरप्राइजेज को ग्रामीण विकास विभाग सरायकेला-खरसांवा से तमुलिया में 280 मीटर पीसीसी पथ निर्माण कार्य मिला था, जिसका कुल प्राक्कलन 11 लाख 54 हजार 964 रुपये है।
ठेकेदार ने काम पूरा किया, जिसके एवज में उसे सात लाख रुपये का भुगतान हो चुका है। शेष राशि का दस्तावेज तैयार करने के लिए सुरेश प्रसाद वर्मा ने 28 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। दस हजार रुपये पर सौदा तय हुआ। शिकायतकर्ता विकास कुमार शर्मा ने इसकी जानकारी एसीबी को दी, जिसके बाद ही आरोपित जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा दस हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किए गए थे। जूनियर इंजीनियर की गिरफ्तारी के बाद एसीबी के डीजी नीरज सिन्हा के आदेश पर सुरेश प्रसाद वर्मा के घर की तलाशी ली गई, तो एसीबी की टीम करीब ढाई करोड़ रुपये नकदी देखकर भौचक रह गई।