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Jharkhand Police: तब पुलिस हिरासत में हो गई थी युवक की मौत, अब दारोगा पर मुकदमा; जानें पूरा मामला

Jharkhand Police. दारोगा हरीश कुमार पाठक पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा चलाने की डीआइजी ने स्वीकृति दी है। मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी रिपोर्ट भेजी जा रही है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 04 May 2019 07:55 AM (IST)Updated: Sat, 04 May 2019 08:38 PM (IST)
Jharkhand Police: तब पुलिस हिरासत में हो गई थी युवक की मौत, अब दारोगा पर मुकदमा; जानें पूरा मामला
Jharkhand Police: तब पुलिस हिरासत में हो गई थी युवक की मौत, अब दारोगा पर मुकदमा; जानें पूरा मामला

रांची, [दिलीप कुमार]। झारखंड के जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाने के पूर्व थानेदार दारोगा हरीश कुमार पाठक पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा चलेगा। मुकदमा चलाने संबंधित अभियोजन के लिए संथाल परगना के डीआइजी ने स्वीकृति दे दी है। मामला पुलिस हिरासत में मिन्हाज अंसारी नामक युवक की मौत से संबंधित है। इसमें दारोगा पाठक व एक अन्य पर मिन्हाज अंसारी के साथ मारपीट कर जख्मी करने का आरोप लगा था। बाद में इलाज के दौरान मिन्हाज की मौत हो गई।

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इस मामले में दारोगा व एक अन्य पर मिन्हाज की रिश्तेदार अझौला बीवी ने छह अक्टूबर 2016 को जामताड़ा के नारायणपुर थाने में मारपीट की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मारपीट का यह मामला मिन्हाज की मौत के बाद गैर इरादतन हत्या में तब्दील हो गया था। इस मामले में नारायणपुर के तत्कालीन थानेदार हरीश कुमार पाठक के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का आरोप सत्य पाते हुए उनके विरुद्ध 20 सितंबर 2018 को चार्जशीट दाखिल की गई थी। मामला न्यायालय में विचाराधीन है। अगर न्यायालय में दारोगा हरीश कुमार पाठक दोषी साबित हुए तो उन्हें आजीवन कारावास की सजा के साथ-साथ आर्थिक दंड भी लगाया जा सकता है।

मानवाधिकार आयोग के आदेश पर सीआइडी ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट

पुलिस हिरासत में मिन्हाज अंसारी की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया था। इस मामले में सीआइडी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई थी। इसी मांग के आधार पर सीआइडी ने पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट सौंपी है, ताकि विस्तृत रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजी जा सके।

सीआइडी ने रिपोर्ट में बताया

सीआइडी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मिन्हाज अंसारी की मृत्यु पुलिस हिरासत में इलाज के दौरान हुई थी। मिन्हाज की रिम्स में चिकित्सकों के बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी शरीर के बाहर व शरीर के भीतर जख्म मिले थे। ये जख्म मरने के पूर्व के थे। मरने का कारण हेम्ब्रेज व शॉक बताया गया था।

ऐसे हुई थी मिन्हाज की गिरफ्तारी और मौत

मिन्हाज अंसारी को नारायणपुर के तत्कालीन थानेदार हरीश कुमार पाठक ने चार अक्टूबर 2016 को गिरफ्तार किया था। पाठक ने स्वलिखित बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की थी। बताया था कि ज्योति क्लब, जुम्मन मोड़ नामक एक वाट्सएप ग्रुप में कई आपत्तिजनक फोटो अपलोड किया गया है। इसमें एक विशेष समुदाय की धार्मिक भावना को आहत करने का आरोप लगाया था।

जिस दिन मिन्हाज पकड़ा गया था, उसी रात उसकी तबीयत खराब हो गई थी। उसे सामुदायिक केंद्र नारायणपुर ले जाया गया। वहां से उसे सदर अस्पताल जामताड़ा रेफर कर दिया गया। सदर अस्पताल जामताड़ा ने उसे पांच अक्टूबर 2016 को पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया, जहां हालत बिगडऩे पर छह अक्टूबर 2016 को उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था। रिम्स में इलाज के क्रम में 09 अक्टूबर 2016 को मिन्हाज की मौत हो गई थी।

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