Move to Jagran APP

बैंक डकैती के 17 कांडों का खुलासा, पांच गिरफ्तार

रांची : रांची पुलिस ने एक बड़े आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 17 लूट व डकैती कांड का खुालासा किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 05:49 AM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 05:49 AM (IST)
बैंक डकैती के 17 कांडों का खुलासा, पांच गिरफ्तार
बैंक डकैती के 17 कांडों का खुलासा, पांच गिरफ्तार

रांची : रांची पुलिस ने एक बड़े आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 17 लूट व डकैती कांडों का खुलासा कर लिया है। रांची व खूंटी इलाके की अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लूटपाट का उद्योग चलाने वाले सरगना रंजीत तिर्की उर्फ अमर, उर्फ मोटा, उर्फ बाबा मुंडा को दबोच लिया है। वह रातू के टुंगरीटोली का रहने वाला है। इसके साथ रातू भीठाटोली निवासी चुंदा खलखो, बुढ़मू सोसइ कोलटोली निवासी राजकुमार मुंडा, रामगढ़ निवासी लाल मुंडा और बुढ़मू के हिरींग टोली निवासी रमेश मुंडा पकड़े गए हैं।

loksabha election banner

एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि पांचों आरोपित बीते 23 अगस्त को कांके थाना क्षेत्र के बुकरू स्थित पंजाब नेशनल बैंक में हुई 4.29 लाख डकैती कांड में शामिल थे। इस मामले में एक अन्य आरोपित अब तक फरार है। इन्हीं अपराधियों ने मिलकर बीते चार जून 2018 को नगड़ी के बालालौंग स्थित झारखंड ग्रामीण बैंक से डेढ़ लाख रुपये लूट लिए थे। इन दोनों मामलों की जांच के दौरान पांचों अपराधी नगड़ी थाना क्षेत्र के एंजल ढाबा के पास जुटे थे। सभी आपराधिक घटना का प्लान बना रहे थे। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर सभी को पकड़ा। पुलिस को देख इन अपराधियों ने भागने की कोशिश भी की। लेकिन सभी को खदेड़कर पकड़ लिया। इनके पास से 7.65 एमएम की दो पिस्टल, तीन देशी कट्टा, 7.65 एमएम की चार और .315 बोर की तीन गोलियां, दो बाइक, पांच मोबाइल और लूटे गए 1.36 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। -----

कांके में की थी दिनदहाड़े डकैती काके में बुकरू चौक स्थित पंजाब नेशनल बैंक में दिनदहाड़े पाच हथियारबंद डकैतों ने कैशियर व अधिकारी को कब्जे में लेकर 4.29 लाख रुपये लूट लिए थे। वे अपने साथ डीवीआर भी ले गए थे, लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे में लगी चिप के सहारे उनकी पहचान की और दबोच लिया। अपराधियों ने बैंक कर्मियों को एक कमरे में बंधक बनाकर डकैती की थी। रंजीत कुख्यात अपराधी सुरेंद्र कच्छप गिरोह से जुड़ा था। पुलिस अन्य कांडों का खुलासा करने के लिए रिमांड पर लेगी।

--

रंजीत ने इन मामलों में स्वीकारी संलिप्तता

-वर्ष 2004 में खूंटी के एलआइसी ऑफिस में डकैती।

-वर्ष 2006 में खूंटी के ओवरसीज बैंक से 22 लाख की डकैती।

-वर्ष 2007 में ओरमांझी स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा इरबा शाखा से 12.20 लाख की लूटपाट।

-नगड़ी थाना क्षेत्र के कटहल मोड़ स्थित ग्रमीण बैंक से वर्ष 2014 में 5.45 लाख की लूट।

-टाटीसिलवे थाना क्षेत्र के ओवरसीज बैंक से वर्ष 2016 में लूटपाट।

-रातू के झारखंड ग्रामीण बैंक से वर्ष 2016 में लूटपाट।

-वर्ष 2009 में बेड़ो के प्रदीप कुमार राय को लूटपाट के दौरान गोली मार दी थी।

-पुंदाग ओपी क्षेत्र, अरगोड़ा, सहित अन्य इलाकों की अन्य छोटी-बड़ी घटनाओं में शामिल रहा था।

----

छापेमारी टीम में ये थे शामिल :

डीएसपी विजय कुमार सिंह, इंस्पेक्टर सह कांके थानेदार राजीव रंजन सिंह, नगड़ी थानेदार राम नारायण सिंह, बुढ़मू थानेदार राकेश रंजन, दारोगा चंदेश्वरी प्रसाद, सुनील कुमार सिंह, जमदार अजेंद्र कुमार सिंह, सुमित कुमार, शिव कुमार साह, रामजीत हांसदा, बाबुधन मुर्मू, सूरज हांसदा व रामजीत हांसदा शामिल थे।

--------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.