Shravani Mela 2020: देवघर में इस बार नहीं लगेगा श्रावणी मेला, प्रभावित लोगों को सरकार देगी विशेष पैकेज
Deoghar Shravani Mela 2020. मुख्यमंत्री ने पंडा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधियों को यह जानकारी दी। कहा कि भोलेनाथ से क्षमा मांगता हूं। देवघर मंदिर और शिवगंगा तालाब का विकास होगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। Deoghar Shravani Mela 2020 मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साफ कर दिया है कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने इस बार देवघर के विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले का आयोजन नहीं कराने का फैसला लिया है। उन्होंने यह भी घोषणा की है कि देवघर और बासुकीनाथ के वैसे प्रभावित लोगों को सरकार विशेष पैकेज देगी, जो रोजी-रोजगार के लिए इस मेले पर आश्रित रहते हैं।
पंडा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना को लेकर सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां हैं। वर्तमान परिस्थितियों में मंदिर खोलना जन स्वास्थ्य के लिहाज से उचित नहीं है। इसके लिए वे बाबा भोलेनाथ से क्षमा मांगते हैं। पंडा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधि बुधवार को सीएम से इस मुद्दे पर चर्चा करने हेमंत सोरेन के बुलावे पर रांची आए थे।
पंडा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि इस बार श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होने से देवघर और बासुकीनाथ में हजारों लोगों के समक्ष रोजगार का संकट उत्पन्न हो जाएगा। हजारों ऐसे लोग पूरे वर्ष अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए इस मेले पर निर्भर रहते हैं। इसपर मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर एवं उसके आसपास वैसे लोगों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज जारी करने का आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार को उनकी चिंता है।
तीन जुलाई को होगी घोषणा
प्रतिनिधिमंडल में शामिल पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ मेले के आयोजन को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने आर्थिक पैकेज की घोषणा तीन जुलाई को करने का आश्वासन दिया है। उनके अनुसार, इस आर्थिक पैकेज का लाभ मंदिर के पुजारियों, पंडा, माली, सफाई कर्मी, दुकानदार आदि सभी वैसे लोगों को मिलेगा जो मेले का आयोजन नहीं होने से प्रभावित होंगे।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मंदिर के अलावा देवघर की गलियों और तालाबों के भी विकास और सुंदरीकरण की मांग उठाई। इसपर मुख्यमंत्री ने इस दिशा में शीघ्र कदम उठाने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने शिवगंगा तथा मानसरोवर तालाब के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण कराने का भी आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष डॉ. सुरेश भारद्वाज के अलावा महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर, उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा और शंकर सरेवार तथा सदस्य चंदन भारद्वाज, सौरभ झा और अरुण परिहस्त मौजूद थे।