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48 घटे के भीतर आरोपित डॉक्टर को गिरफ्तार करने की माग

राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में बीते 28 मई की देर रात जूनियर डाक्टरों ने घेराव किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 12:55 AM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 12:55 AM (IST)
48 घटे के भीतर आरोपित डॉक्टर को गिरफ्तार करने की माग
48 घटे के भीतर आरोपित डॉक्टर को गिरफ्तार करने की माग

जागरण संवाददाता, राची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में बीते 28 मई की देर रात जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म के प्रयास मामले में पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए रिम्स के सभी जूनियर डॉक्टर और प्रोफेसर एकजुट हो चुके हैं। इसे लेकर शनिवार को रिम्स के अधीक्षक कार्यालय और निदेशक कार्यालय के बाहर जूनियर डॉक्टर और सीनियर डॉक्टरों ने अपना विरोध जताया और 48 घटे के अंदर आरोपित की गिरफ्तारी की माग की। ट्राइबल डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष और कोरोना टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. निशित एक्का ने बताया कि जिस प्रकार से रिम्स में पिछले दिनों घटना हुई है, वह निश्चित रूप से शर्मनाक है और रिम्स में कार्यरत सभी महिला डॉक्टरों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से रिम्स प्रबंधन आरोपित डॉक्टर को बचाने के लिए उसके एड्रेस को छिपा रहा है, यह भी अपने आप में एक बहुत बड़ा अपराध है। इसीलिए हम सभी डॉक्टर अपील करते हैं कि जल्द से जल्द रिम्स प्रबंधन के उस शख्स पर भी कार्रवाई हो जो ऐसे आरोपित को बचाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो सीनियर जूनियर सभी डॉक्टर हड़ताल पर जाएंगे।

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एमसीआइ से आरोपित डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन कैंसल करने की माग

इधर, जूनियर महिला डॉक्टरों का कहना है कि जिस प्रकार से आरोपित को बचाया जा रहा है, यह निश्चित रूप से पुलिस पर भी सवाल खड़े करता है, क्योंकि प्रबंधन के साथ साथ कानूनी रूप से भी पूरा समर्थन मिलने के बाद ही आरोपी को पकड़ा जा सकता है। वहीं उन्होंने कहा कि हमारी माग है 48 घटे के अंदर आरोपित को गिरफ्तार किया जाए और साथ ही साथ मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से आरोपित डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन भी कैंसिल किया जाए। सभी इंटर्न से लेकर पीजी तक में काफी आक्रोश है। बीते बुधवार देर रात हुई घटना के बाद सभी जूनियर डॉक्टरों में भय का माहौल है। महिला डॉक्टरों व छात्राओं का कहना है कि अपने ही कैंपस में वे सुरक्षित नहीं है। देर रात तक डॉक्टरों की ड्यूटी लगती है। ऐसे में देर रात लौटने में भी दो दिन से डर लग रहा है। रिम्स प्रबंधन, स्वास्थ्य विभाग, मंत्री और सीएम से अपील है कि मामले में खुद से संज्ञान लेकर आरोपित पर कार्रवाई करायी जाए।

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रिम्स की डिन डॉ. मंजू गाड़ी की अध्यक्षता में पाच सदस्यीय जाच कमेटी बनाई गई है। मामले की जाच कर कमेटी रिपोर्ट सौंपेगी उसी के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

-डॉ डीके सिंह, निदेशक, रिम्स।


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