घटा तापमान ता बढ़ा गीजर और हीटर की मांग
पिछले दस दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है।
जासं, रांची : पिछले दस दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। सुबह कोहरे और धुंध के कारण ठिठुरन काफी बढ़ी है। वहीं उत्तर भारत के पहाड़ी भागों में हुई बर्फबारी का असर भी रांची में देखने को मिल रहा है। इससे बाजार में गीजर और हीटर की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है। अपर बाजार के थोक विक्रेता बताते हैं कि रांची सहित आसपास में बीते दीपावली के बाद से अभी तक गीजर व हीटर की सप्लाई लगभग 45 प्रतिशत बढ़ गई है। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी हीटर और पानी गर्म करने वाले उपकरणों की मांग बढ़ी है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि शहर से सटे गांवों में बिजली की उपलब्धता अच्छी हो गई है। भारतीय उत्पादन करता को मिला है बल
इस बार बाजार में चीनी उत्पाद नहीं के बरारबर होने से भारतीय कंपनियों को इसका फायदा मिल रहा है। हालांकि भारतीय कंपनियों के उत्पाद चीनी उत्पाद के मुकाबले थोड़े महंगे हैं। फिर भी क्वालिटी और भरोसे के कारण ग्राहकों की पहली पसंद भारतीय उत्पाद ही है। इसके अलावा ब्रांडेड कंपनियों के हीटर, ब्लोअर और गीजर की मांग भी बनी हुई है। दुकानदार बताते हैं कि धनतेरस के मौके पर भी बाजार में बड़ी संख्या में गीजरों की बिक्री हुई थी। मगर कई लोग ठंड शुरू होने का इंतजार कर रहे थे, जो अब खरीदारी कर रहे हैं। गैस गीजर से ज्यादा इलेक्ट्रिक गीजर की है मांग
बिजली से चलने वाले गीजर की कीमत गैस गीजर से अधिक होती है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से बिजली वाला अधिक सुरक्षित माना जाता है। बिना वेंटीलेशन वाली जगहों में गैस गीजर का उपयोग करने में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। ऐसे में बिजली से चलने वाले गीजर की मांग काफी ज्यादा है। इसके साथ ही ग्राहक स्टार रेटिग के हिसाब से कम बिजली खपत करने वाले उपकरण खरीद रहे हैं। मेन रोड के इलेक्ट्रोनिक उपकरण के विक्रेता राजेश अग्रवाल बताते हैं कि एबीएस माडल के गीजर लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। पहले जो गीजर शीट के बने होते थे, अब प्लास्टिक में बनकर आ रहे हैं। वहीं इसमें मौजूद आटो कट फीचर इसे और सुरक्षित बनाते हैं। कई रेंज उपलब्ध है हीटिग उपकरण
बाजार में सारे गर्म रखने वाले उपकरण अलग-अलग रेंज में उपलब्ध हैं। इस समय नए माडल के गीजर चार 4000 से लेकर 10,000 हजार रुपये तक में मिल रहे हैं। हालांकि स्टोरेज लीटर बढ़ने पर इनकी कीमत में भी इजाफा होता है। वहीं रूम हीटर और ब्लोअर 500 रुपये से लेकर दो हजार तक में मिल रहे हैं। इसके अलावा पानी गर्म करने के लिए रॉड 150 से 500 रुपये तक में उपलब्ध हैं। पानी गर्म करने के लिए रॉड लोगों की पहली पसंद बनी है, क्योंकि इसकी रिपेयरिग आसान है और दाम भी कम है। -- प्रतिक्रिया----
पिछले कुछ वर्षों में ग्राहकों में जागरूकता बढ़ी है। लोग जरूरत के साथ उत्पाद की गुणवत्ता को महत्व दे रहे हैं। ऐसे में भारतीय उत्पाद की मांग और बिक्री ज्यादा है। मांग को देखते हुए खुदरा विक्रेता भारतीय उत्पाद या मेड इन इंडिया देखकर आर्डर दे रहे हैं।
बबलू, इलेक्ट्रोनिक सामान के थोक विक्रेता, अपर बाजार -धनतेरस पर गीजर की बेहतर बिक्री हुई थी। अब हीटर और ब्लोअर की बिक्री बढ़ी है। कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर के डर से कई लोग दफ्तर से आने के बाद रात में भी स्नान कर रहे हैं। ऐसे में पानी गर्म करने वाले उपकरणों की मांग बढ़ी है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी इनकी मांग में इजाफा होगा।
मुन्ना, संचालक, भारत इलेक्ट्रोनिक्स