सरयू राय के पास जीत पक्की करने पहुंचे दीपक प्रकाश, रोचक हुआ राज्यसभा चुनाव
कांग्रेस उम्मीदवार शहजादा के मैदान में आने के बाद राज्यसभा चुनाव दिलचस्प हो गया है। इस बीच समर्थन के लिए निर्दलीय विधायक सरयू राय से भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश ने मुलाकात की।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्यसभा चुनाव 2020 के लिए झारखंड में दो सीटों पर हो रहा चुनाव खासा रोचक हो गया है। हालांकि इसमें से एक सीट पर झामुमो उम्मीदवार शिबू सोरेन की जीत तय मानी जा रही है। जबकि दूसरी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार शहजादा अनवर के मैदान में आ जाने से मुकाबला होना तय है। इधर रविवार को भाजपा के बागी और पूर्व मंत्री सरयू राय के पास भाजपा के उम्मीदवार दीपक प्रकाश अपनी जीत पक्की करने पहुंचे हैं। चुनाव में समर्थन के लिए निर्दलीय विधायक सरयू राय से भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश ने मुलाकात कर भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की है।
सरयू राय से मिले दीपक प्रकाश, मांगा समर्थन
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा प्रत्याशी दीपक प्रकाश ने रविवार को निर्दलीय विधायक सरयू राय से उनके आवास पर मुलाकात कर उनसे समर्थन मांगा। दीपक प्रकाश के साथ प्रदेश महामंत्री सह सांसद सुनील सिंह और बोकारो विधायक विरंची नारायण भी थे। करीब आधे घंटे की इस औपचारिक मुलाकात के दौरान भाजपा की ओर से पुराने संबंधों की दुहाई भी दी गई। राय ने साफगोई से कहा कि वे जमशेदपुर में अपने शुभचिंतकों से बातचीत के बाद ही कुछ कहने की स्थिति में होंगे।
राय बोले, शुभचिंतकों से विमर्श के बाद लेंगे निर्णय
राज्यसभा चुनाव के बहाने भाजपा अपने पुराने नेताओं से संबंध मधुर करने की दोहरी रणनीति पर काम कर रही है। अमित यादव पुरानी खटास भूल भाजपा के साथ खड़े भी हो गए हैं। उन्होंने बतौर प्रस्तावक दीपक प्रकाश के नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। आजसू के साथ आने और अमित यादव के जुडऩे के बाद भाजपा के पास चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त आंकड़ा हो गया है। बावजूद इसके सरयू राय से वोट की गुहार लगाना स्पष्ट बताता है कि भाजपा उन्हें अब भी अपने साथ देखती है।
इधर सरयू राय के रांची आवास पर पहुंचे बोकारो के विधायक विरंची नारायण, चतरा के सांसद सुनील सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को पूर्व मंत्री ने चुनाव में मदद का सीधा भरोसा तो नहीं दिया, लेकिन अपने चुनाव क्षेत्र जमशेदपुर पूर्वी के शुभचिंतकों से बात करने के बाद फैसला लेने की बात कही है। इससे पहले कहा गया था कि झारखंड से राज्यसभा के लिए खाली हुई दो सीटों पर दो ही उम्मीदवार उतारे जाने चाहिए थे। तीसरे उम्मीदवार के उतारे जाने से प्रतिद्वंद्विता बढ़ गई है।
सरयू राय ने कहा कि झारखंड में 2 सीटें हैं। इसके लिए पक्ष-विपक्ष आपस में बात कर ले और दो ही उम्मीदवार दे ताकि सर्वसम्मति के साथ चुनाव हो जाए। तीसरा उम्मीदवार देकर अनावश्यक रूप से अस्वस्थ परंपरा को आगे बढ़ाने के बदले में स्वस्थ परंपरा अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे दलीय नहीं हैं, सर्वदलीय हो गए हैं। वे कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं। सर्वसम्मत चुनाव के लिए पक्ष और विपक्ष दोनों को इसका माहौल बनाया जाना चाहिए।
मध्य प्रदेश में हालिया दिनों में हुए राजनीतिक उलटफेर और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर सरयू राय ने कहा कि आजकल भाजपा हो, कांग्रेस हो या सभी राजनीतिक दल या राजनीति में सक्रिय रहने वाले कोई भी नेता के लिए नीति गौण और रणनीति महत्वपूर्ण हो गई है। हमारी सरकार बने और किसी भी तरीके से बने इस दिशा में हम चल रहे हैं। यह भविष्य के लिए सुखद संकेत नहीं है।