पूरी हो चुकी परियोजनाओं का जल्द दें उपयोगिता प्रमाण पत्र
जासं रांची उपायुक्त छवि रंजन की अध्यक्षता गुरुवार को डीएमएफटी एवं सीएसआर फंड से संचालि
जासं, रांची : उपायुक्त छवि रंजन की अध्यक्षता गुरुवार को डीएमएफटी एवं सीएसआर फंड से संचालित विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में विभिन्न विकास कार्यों के लिए तैयार की गई योजनाओं पर चर्चा करते हुए उपायुक्त ने जिले में अब तक किए गए कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने सभी संचालित योजनाओं में गति लाने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने पूरी हो चुकी परियोजनाओं का उपयोगिता प्रमाण पत्र जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने स्वास्थ्य से जुड़ी परियोजनाओं को प्राथमिकता देने की बात कही। सीएसआर परियोजनाओं जैसे एएनसी किट और एंबुलेंस, स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक कल्याण की जानकारी पदधिकारियों से ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सीएसआर मद से भी पूरी हो चुकी योजनाओं का उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। विभिन्न सरकारी अस्पतालों में पीएसए प्लांट अधिष्ठापित किए जाने की समीक्षा भी उपायुक्त ने की। इसके संचालन हेतु डीजी सेट एवं तीन फेज इलेक्ट्रिसिटी की उपलब्धता को लेकर उपायुक्त ने सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करें। बैठक में निदेशक डीआरडीए, जिला योजना पदाधिकारी, जिला अभियंता, कार्यपालक अभियंता, एनआरइपी-2, डीएमएफटी और पीएमयू सदस्य एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
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डीडीसी ने की टीकाकरण कार्य की प्रखंडवार समीक्षा
जासं, रांची : वर्चुअल माध्यम से गुरुवार को डिस्ट्रिक्ट कोविड-19 टास्क फोर्स की बैठक हुई। जिले में कोविड-19 टीकाकरण कार्य और कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए गठित विभिन्न कोषांगों के कार्यों की समीक्षा करते हुए उप विकास आयुक्त विशाल सागर ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के दौरान डीडीसी ने टीकाकरण कार्य की प्रखंडवार समीक्षा की। उन्होंने टीकाकरण में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों की प्रशंसा की। उप विकास आयुक्त ने कहा कि जिला को जितनी भी वैक्सीन प्राप्त हो रही है, उसका समुचित उपयोग करें। 1-15 जुलाई तक वैक्सीन वेस्टेज की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी इस बात पर विशेष ध्यान दें कि वैक्सीन कम से कम बर्बाद हो। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के टीकाकरण को लेकर भी उप विकास आयुक्त ने पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जहां भी मोबाइल वैन से टीकाकरण के लिए समय दिया गया हो, यह सुनिश्चित करें कि वहां वैन ससमय पहुंच जाए। उन्होंने कोविड-19 जांच बढ़ाने और इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन को लेकर भी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पॉजिटिव मरीजों का इलाज अस्पताल में सुनिश्चित कराएं। कोरोना के तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सदर अस्पताल में चाइल्ड वार्ड में की गई तैयारियों की भी उप विकास आयुक्त ने समीक्षा की। उन्होंने सिविल सर्जन को विभिन्न वार्डों में उपकरण, मेडिसिन और ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में सभी कोषांग के नोडल पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, एमओआइसी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी जुड़े थे।