डांस करने वाली नाबालिग लड़की हुई गर्भवती, सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर देह व्यापार
Garhwa Jharkhand Hindi News गढ़वा जिले से संचालित रैकेट में रंका थाना क्षेत्र के अलावा पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र की नाबालिग लड़कियां शामिल हैं। चाइल्डलाइन ने सभी लड़कियों को रेस्क्यू कर गढ़वा थाना भेज दिया है।
गढ़वा, [अंजनी कुमार उपाध्याय]। Garhwa Jharkhand Hindi News झारखंड के गढ़वा जिले में बचपन को बर्बाद करने का खुला खेल चल रहा है। पेट की आग बुझाने के लिए नाबालिग लड़कियां ईंट-भठ्ठे से लेकर डांसर के रूप में भी कार्य कर रही हैं। इसकी आड़ में नाबालिग लड़कियां यौनाचार की भी शिकार हो रही हैं। गढ़वा जिले में संचालित रैकेट में रंका थाना क्षेत्र के अलावा पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र की नाबालिग लड़कियां शामिल हैं। इसका संचालक मेराल थाना क्षेत्र करकोमा गांव के खुटेलिया टोला निवासी गोरेलाल चौधरी उर्फ गोरेलाल रंगीला उर्फ गोरेलाल हलचल व उपेंद्र चौधरी बताए जा रहे हैं।
इसका खुलासा डांसर टीम में कार्य करने वाली 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के गर्भवती होने से हुआ है। पीड़िता पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र की रहने वाली एक अनाथ बच्ची है। फिलवक्त वह मेदिनीनगर स्थित बालिका गृह में है। चैनपुर, पलामू के एक निजी जांच घर में उसकी गर्भ की जांच कराने के बाद पाॅजिटिव पाया गया है। इसे लेकर सीडब्ल्यूसी द्वारा उपायुक्त को पत्र भेजकर मामले से अवगत कराने की बात सामने आ रही है।
डांसर टीम के संचालक को पकड़ में लेने पर भी नहीं दर्ज हुई प्राथमिकी
नाबालिग लड़कियों के मामले में धीमी कार्रवाई के कारण भी ऐसे रैकेट चलाने वालों के हौसले बुलंद हैं। बताते हैं कि 16 फरवरी 2021 को गढ़वा शहर के रंका मोड़ पर पांच नाबालिग लड़कियों के साथ कथित डांसर टीम के संचालक गोरेलाल हलचल को जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पुर्णिमा कुमारी ने संदिग्धावस्था में पाए जाने पर डीसीपीओ को निर्देश देकर रेस्क्यू कराया था। चाइल्डलाइन गढ़वा के माध्यम से उक्त सभी को रेस्क्यू कर गढ़वा थाना में ले जाया गया था।
पूछताछ में गोरेलाल ने पलामू के सिगसिगी गांव में सरस्वती पूजा के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में उक्त लड़कियों को डांस कराने के लिए ले जाने की बात कही थी। उसने बताया था कि एक लड़की पर उसे दो हजार रुपये एक रात के लिए मिलता है। वह लड़कियों को एक-एक हजार रुपये देता है। बताते हैं कि गढ़वा थाना में मामला दर्ज नहीं कराया गया और उस दिन गोरेलाल के साथ लड़कियों को जाने दिया गया। 17 फरवरी को चाइल्डलाइन के माध्यम से काउंसिलिंग के लिए सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया गया। वहां से उन्हें मेदिनीनगर स्थित बालिका गृह भेज दिया गया।
'इस घटना की जानकारी मुझे मिली है। सभी पहलुओं पर जांच करते हुए इसकी सत्यता की जांच कराकर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।' -पूर्णिमा कुमारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, गढ़वा।