Yaas Cyclone Updates: विकराल हुआ यास चक्रवात, झारखंड के इन जिलों में मचेगी भारी तबाही HIGH ALERT
Yaas Cyclone ALERT यास चक्रवात की गंभीरता को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने सर्वाधिक संभावित प्रभावित छह जिलों के उपायुक्तों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। इन छह जिलों में पूर्वी सिंहभूम पश्चिमी सिंहभूम सरायकेला रांची खूंटी व बोकारो शामिल हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। Yaas Cyclone ALERT यास तूफान विकराल हो गया है। सुबह से भारी बारिश और तेज हवाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लोग चक्रवात के डर से घरों में दुबके हैं। राज्य में आए यास चक्रवात की गंभीरता को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने सर्वाधिक संभावित प्रभावित छह जिलों के उपायुक्तों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। इन छह जिलों में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला, रांची, खूंटी व बोकारो शामिल हैं। मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि यास चक्रवात के फलस्वरूप विद्युत आपूर्ति बाधित होने की आशंका है। ऐसी स्थिति में अस्पतालों में विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करें, विद्युत विभाग विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में आपूर्ति ससमय बहाल करने की कार्रवाई करे, क्योंकि विद्युत आपूर्ति बाधित होने से पेयजलापूर्ति बाधित होने की संभावना है। इसे ससमय बहाल किया जाना भी आवश्यक है।
यास चक्रवात से दूरसंचार भी प्रभावित हो सकता है। ऐसी स्थिति में दूरसंचार की वैकल्पिक व्यवस्था जैसे सेटेलाइट फोन, वायरलेस कम्यूनिकेशन आदि सुनिश्चित करें। बाधित दूरसंचार सेवा भी ससमय बहाल करवाएं। तेज हवा और अतिवृष्टि एवं तटवर्ती इलाकों में बाढ़ के चलते लोगों के घर ध्वस्त होने की आशंका बनी रहती है। ऐसे प्रभाव वाले क्षेत्रों में शेल्टर कैंप स्थापित करने की कार्रवाई करें। मंत्री ने यह भी कहा है कि चक्रवात के चलते बाढ़ आने से कई बेघर भी हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें तत्काल प्लास्टिक सीट उपलब्ध कराएं और राज्य आपदा राहत कोष से नियमत: उन्हें राहत मुहैया कराएं। सड़कों पर पेड़ गिरे तो उसे हटवाने से लेकर यातायात सुगम कराने तक की कार्रवाई करें। जिन जिलों में ऑक्सीजन उत्पादन एवं ऑक्सीजन की रीफिलिंग इकाइयां हैं, वहां सुनिश्चित हो कि अन्य जिलों व राज्यों को ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति हो।
चक्रवात के फलस्वरूप आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित हो। मंत्री ने स्वर्णरेखा, खरकई और चांडिल डैम के जलस्तर पर नजर रखने, बचाव टीम को अलर्ट मोड पर रखने का भी निर्देश दिया। सभी सदर अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी में विद्युत आपूर्ति, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता व स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी सुनिश्चित करें। एसपी कार्यालय, डीसी कार्यालय व जेल सहित अन्य जरूरी सरकारी संस्थाओं में विद्युत आपूर्ति बाधित न हो, यह सुनिश्चित करें।
झारखंड को हीट करने वाला सबसे तेज चक्रवात होगा यास
झारखंड में अब तक इससे ज्यादा भीषण चक्रवात नहीं आया है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद बताते हैं कि अब बंगाल की खाड़ी में बनने वाला कोई चक्रवात इस रूट से देश में दाखिल नहीं हुआ है। यास सबसे असाधारण और अपूर्व मार्ग से झारखंड में प्रवेश कर रहा है। ये रूट बंगाल की खाड़ी से झारखंड तक पहुंचने का सबसे छोटा रूट है। ऐसे में समुद्र से दूरी कम होने के कारण चक्रवात की तीव्रता सबसे ज्यादा रहेगी। इससे पहले समुद्र से दूरी ज्यादा होने के कारण झारखंड में पहुंचते-पहुंचते चक्रवात की गति कम हो जाती थी।
यास तूफान को लेकर दो जोड़ी और ट्रेनें रद, पहले रद हो चुकी हैं 10 जोड़ी ट्रेनें
यास तूफान को लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे ने 2 जोड़ी और ट्रेनें रद्द कर दी हैं। यह ट्रेनें टाटा हटिया के बीच चलती थीं। रद होने वाली ट्रेनों में ट्रेन संख्या 68036 हटिया टाटा मेमो पैसेंजर, ट्रेन संख्या 68035 टाटा हटिया मेमो पैसेंजर, ट्रेन संख्या 58 662 हटिया टाटा पैसेंजर, ट्रेन संख्या 58661 हटिया टाटा मेमो पैसेंजर शामिल है। गौरतलब है कि इसके पहले दक्षिण पूर्व रेलवे ने 10 जोड़ी ट्रेनें रद्द की थीं। इनमें ट्रेन संख्या 02803 रांची हावड़ा स्पेशल ट्रेन, ट्रेन संख्या 02 804 हावड़ा रांची स्पेशल ट्रेन, ट्रेन संख्या 02196 रांची हावड़ा स्पेशल ट्रेन, ट्रेन संख्या 02895 हावड़ा रांची स्पेशल ट्रेन, हटिया पुरी स्पेशल ट्रेन, रांची खड़गपुर स्पेशल ट्रेन, आनंद विहार भुवनेश्वर स्पेशल ट्रेन, पुरी आनंद विहार स्पेशल ट्रेन, आनंद विहार पुरी स्पेशल ट्रेन, भुवनेश्वर नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन और नई दिल्ली भुवनेश्वर स्पेशल ट्रेन रद कर दी थी।
यास को देखते हुए रांची एयरपोर्ट पर अलर्ट, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से 14 फ्लाइटें कैंसिल
रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर यास तूफान को लेकर प्रबंधन अलर्ट हो गया है। यास तूफान से किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना आए। इसके लिए इंजीनियर हालात पर नजर रखे हुए हैं। सीआईएसएफ को भी अलर्ट किए रखा गया है। एयरपोर्ट के प्रबंधन का कहना है कि अधिकारी अलर्ट रहेंगे। बुधवार को चार फ्लाइट के ही उड़ान भरने की बात कही जा रही है। प्रबंधन का कहना है कि यात्री की कमी से उड़ानें कम हो रही हैं। तूफान पर भी नजर रहेगी। तूफान के खतरनाक स्थिति में पहुंचने पर उड़ानें कैंसिल हो सकती हैं।
दूसरी तरफ, रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से यात्रियों की कमी के चलते लगातार फ्लाइटों का कैंसिल होने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को कुल 14 फ्लाइट कैंसिल हुई। मंगलवार को 6 फ्लाइट रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर आई और छह फ्लाइटों ने ही उड़ान भरी। इन फ्लाइटों ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद के लिए उड़ान भरी है। मंगलवार को रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर कुल 420 यात्री बाहर से आए जबकि रांची से 550 यात्री इन शहरों को गए हैं।