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कागजी कार्रवाई तक सीमित है साइबर अपराध

किसलय शानू, रांची : राजधानी में प्रत्येक दिन साइबर अपराधी एक से दो को निशाना बनाते है। मामला साइबर थ

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Jun 2018 04:19 PM (IST)Updated: Sat, 09 Jun 2018 04:19 PM (IST)
कागजी कार्रवाई तक सीमित है साइबर अपराध

किसलय शानू, रांची : राजधानी में प्रत्येक दिन साइबर अपराधी एक से दो को निशाना बनाते है। मामला साइबर थाना या तो संबंधित थाना में पहुंचता है। पुलिस को साइबर अपराध के बारे में लिखित शिकायत देकर प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाती है। इसके बावजूद साइबर अपराधी को पुलिस पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। हाल के दिनों में देखा जायें, तो साइबर अपराध के सैकड़ों मामले थाना तक पहुंचे। मगर, उपलब्धि के नाम पर शून्य है। साइबर अपराध के कई मामले सामने आएं है। जिनमें खाते से पैसे की निकासी, ऑनलाइन ठगी, सोशल मीडिया पर आपत्ति जनक पोस्ट सहित अन्य मामले शामिल हैं। साइबर थाने की पुलिस तकनीकी सहयोग व साइबर मामलों के निबटारे के लिए बनी है। सारे संसाधन और सुविधाओं से भी लैस है। इसके बावजूद साइबर अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

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प्रत्येक माह विभिन्न थानों में दर्ज होते है दो दर्जन मामले :

रांची जिला के विभिन्न थानों में प्रत्येक माह दो दर्जन से ज्यादा मामले आते है। इन मामलों में पहले पुलिस गंभीरता दिखाते हुए प्राथमिकी भी दर्ज करती है। मगर, कार्रवाई या जांच की बात आती है, तो अनुसंधानकर्ता उसे ठंडे बस्ते में डाल देते है। जिन मामलों में अनुसंधानकर्ता को मुनाफा होता है, उसमें ध्यान देते है। अन्यथा साइबर अपराध जैसे मामलों में गंभीरता नहीं दिखाते है।

इन-इन मामलों में नहीं मिली है कोई उपलब्धि :

-हटिया के रहने वाले सुमन कुमार से फेसबुक पर दोस्ती कर 70 लाख रुपये ठगी किए जाने का मामला दर्ज है। लेकिन इस मामले में अपराधियों को पुलिस नहीं पकड़ पाई है।

-10 सितंबर 2017 को सदर क्षेत्र के खिजुर टोला निवासी शेख वासकर के खाते से 11 हजार की निकासी कर ली गई। अपराधी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।

-08 सितंबर 2017 को रातू निवासी पंचू उरांव का एटीएम बदल 1.84 लाख रुपये की निकासी कर ली गई। मामले में अपराधियों का कोई पता नहीं चल सका।

-25 मई 2017 को चुटिया निवासी सुनील सिंह के खाते से 15 हजार रुपये की निकासी कर ली गई। अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

-18 फरवरी 2017 को तमाड़ थाना के बावर्ची लाला होरो के खाते से 24 हजार की निकासी की गई। न पैसे वापस मिले न अपराधी पकड़े गए।

-06 अक्टूबर को लघु सिंचाई विभाग के रिटायर्ड कर्मी के खाते से 3.50 लाख रुपये की निकासी कर ली गई, लेकिन अपराधियों की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

- 4 अप्रैल 2018 को सुखदेवनगर के शाहदेवनगर निवासी अरविंद मिश्रा की पत्नी के बैंक खाते से 1 लाख की निकासी कर ली गई। इस मामले में अपराधी को पकड़ न सकी है।

- 17 मार्च 2018 को गंगा नगर की रहने वाली संगीता प्रसाद के खाते से 45 हजार की निकासी कर ली गई। इस मामले में साइबर अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

साइबर अपराधी की समस्य बढ़ी है। आम लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। अगर, कोई अज्ञात व्यक्ति फोन पर बैंक खाते से संबंधित कोई जानकारी मांगे, तो उसे न बताएं। पुलिस अपने स्तर से साइबर अपराधी को पकड़ने के लिए प्रयासरत है।


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