क्राइम राउंड अप : तनाव में धैर्य खो रहे लोग, सारंडा में जवान, रांची में एक महिला व छात्रा ने दे दी जान
एक दिन पूर्व पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा के करमपदा स्थित सीआरपीएफ कैंप में तैनात एक जवान ने पारिवारिक उलझनों से परेशान होकर खुद को गोली मार ली। वहीं रांची जिले में एक महिला व एक छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी।
राज्य ब्यूरो, रांची : आज बदलती जीवन शैली ने लोगों को लो-टैंपर्ड बना दिया है। बात-बात पर तनाव में लोग जीवन लीला समाप्त करने से भी नहीं हिचक रहे हैं। रांची सहित राज्य के दूसरे हिस्से में भी 24 घंटे के भीतर यह स्थिति दिखी। तनाव में लोग धैर्य खो रहे हैं। एक दिन पूर्व पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा के करमपदा स्थित सीआरपीएफ कैंप में तैनात एक जवान ने पारिवारिक उलझनों से परेशान होकर खुद को गोली मार ली। वहीं, रांची जिले में एक महिला व एक छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। महिला ने जान इसलिए दी कि पारिवारिक तनाव के बीच वह मायके जाने की जिद पर अड़ी थी, जिसके लिए उसका पति तैयार नहीं था। छात्रा पर पढ़ाई का दबाव था, जिसे वह सहन नहीं कर सकी। तीनों ही चाहते तो इस हंसती-खेलती दुनिया में थोड़ा धैर्य रखकर अपने जीवन को बचा सकते थे, लेकिन क्षणिक गुस्से ने तीनों की जान ले ली।
धनबाद के सिंदरी स्थित एसीसी सीमेंट कारखाना में स्थानीय लोगों को रोजगार देने सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर दो संगठन आंदोलन कर रहे थे। ग्रामीणों के इस आंदोलन के दौरान प्रबंधन की बातचीत के दौरान माहौल गरमा गया और देखते ही देखते हिंसक झड़प शुरू हो गई। इस झड़प के दौरान पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी और लाठी-चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर करना पड़ा। गुमला की एक खबर ने लोगाें को भीतर तक झकझोरकर रख दिया। बेटी की शादी का कार्ड मंदिर में चढ़ाकर लौट रही घाघरा महदनिया टोला निवासी बबीता देवी को ट्रक ने रौंद दिया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
राज्य के विकास के लिए सिरदर्द बन चुके नक्सलियों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। इसी अभियान की कड़ी में एक दिन पूर्व खूंटी पुलिस ने जंगल से पांच माओवादियों को गिरफ्तार किया है। रांची से खबर है कि यहां देह व्यापार रैकेट के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से चल रहे अभियान के दौरान सोमवार को भी तीन कॉलगर्ल सहित चार गिरफ्तार किए गए। अब तक की छानबीन में यह खुलासा हो चुका है कि बांग्लादेश, नेपाल और कोलकाता से ये लड़कियां रांची लाई जा रही हैं, जिनसे देह व्यापार का धंधा करवाया जा रहा है।
लॉकडाउन में जैसे-जैसे छूट दी जा रही है, गांव-देहात के गरीब मजदूर महानगरों का रूख करने लगे हैं। ऐसे में मानव तस्कर भी सक्रिय हो गए हैं। एक दिन पूर्व राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली ले जाई जा रही छह किशोरियों को आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते टीम ने मानव तस्करों के चंगुल से गुक्त कराया। इन किशोरियों में चार खूंटी, एक गुमला व एक सिमडेगा की रहने वाली है। आरपीएफ ने इन्हें चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है।