COVID-19 Vaccine: झारखंड में वैक्सीन का स्टॉक लगभग खत्म, आज कई केंद्रों पर नहीं लग रहा टीका
COVID-19 Vaccine Update Jharkhand News झारखंड में 82652 डोज वैक्सीन ही बची थी। मंगलवार को 41 हजार से अधिक लग चुकी है। वैक्सीन नहीं होने के कारण मंगलवार को कई केंद्रों पर कोरोना का टीका नहीं पड़ा। वैक्सीन नहीं मिलने पर तीन दिनों तक टीकाकरण ठप हो सकता है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक मंगलवार को लगभग खत्म हो गया। अब राज्य को दो जुलाई को ही निर्धारित शेड्यूल के तहत छह लाख डोज कोविशील्ड वैक्सीन मिल सकेगी। ऐसे में राज्य में बुधवार से टीकाकरण लगभग ठप हो गया है। जिन जिलों के पास कुछ वैक्सीन बची है, उससे ही टीकाकरण हो पाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के राज्य नोडल पदाधिकारी (आइईसी) सिद्धार्थ त्रिपाठी के अनुसार राज्य में सोमवार को हुए टीकाकरण के बाद 82,652 डोज ही वैक्सीन बची थी। मंगलवार को जिलों में टीकाकरण होने के बाद वैक्सीन लगभग समाप्त हो गई है।
उनके अनुसार, अभी तक जो जानकारी है, उसके अनुसार अब झारखंड को छह लाख डोज की अगली खेप दो जुलाई को ही मिल सकेगी। हालांकि पहले उन्होंने कहा था कि राज्य के पदाधिकारी लगातार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पदाधिकारियों के संपर्क में हैं और आश्वासन भी मिला है कि शीघ्र वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी। देर शाम उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वैक्सीन दो जुलाई को ही मिल पाएगी। इधर, वैक्सीन की कमी के कारण मंगलवार को विभिन्न जिलों में कई टीका केंद्रों पर टीकाकरण नहीं हुआ।
लोग टीकाकरण कराने तो पहुंचे, लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा। राज्य में जहां हाल के दिनों में प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोगों को टीका लग रहा था, वहीं मंगलवार को 47,066 लोगों का ही टीकाकरण हुआ। इनमें 36,342 लोगों को पहली तथा 10,724 को दूसरी डोज का टीका लगा। इस तरह, लगभग 35 हजार वैक्सीन ही विभिन्न जिलों में उपलब्ध है। यदि राज्य को शीघ्र वैक्सीन नहीं मिली तो अगले तीन दिनों तक टीकाकरण ठप हो सकता है। बुधवार को भी जिलों में बची-खुची वैक्सीन ही लग पाएगी। वैक्सीन नहीं होने के कारण कुछ जिलों में टीकाकरण पूरी तरह ठप हो सकता है।
चार जिलों में युवाओं को नहीं लगी दूसरी डोज
राज्य के चार जिलों में मंगलवार को 18 ये 44 वर्ष के युवाओं को दूसरी डोज का टीका नहीं लग सका। इनमें चतरा, धनबाद, गिरिडीह तथा कोडरमा शामिल हैं। कई अन्य जिलों में भी गिने-चुने लोगों को ही दूसरी डोज का टीका लग सका। वहीं, हजारीबाग में महज 38 लोगों को पहली डोज का टीका लगा। रामगढ़, चतरा, गिरिडीह आदि में 500 से भी कम लोगों को पहली डोज का टीका लग पाया।