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Coronavirus Update: तब्लीगी जमात में झारखंड के 46 मौलवी, रांची में कोरोना संक्रमण का विस्‍फोट Delhi Nizamuddin Markaz

Delhi Nizamuddin Markaz मंगलवार को मुस्लिम स्‍कॉलरों के पकड़े जाने के बाद दिल्ली में जो खुलासा हुआ है उसके मुताबिक 1830 स्‍कॉलरों में 46 ने अपना पता रांची ही लिखवाया है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 02:09 PM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2020 09:44 AM (IST)
Coronavirus Update: तब्लीगी जमात में झारखंड के 46 मौलवी, रांची में कोरोना संक्रमण का विस्‍फोट Delhi Nizamuddin Markaz
Coronavirus Update: तब्लीगी जमात में झारखंड के 46 मौलवी, रांची में कोरोना संक्रमण का विस्‍फोट Delhi Nizamuddin Markaz

रांची, जेएनएन। Delhi Nizamuddin Markaz Tablighi Jamaat कोरोना वायरस महामारी के भारत में व्‍यापक फैलाव के बीच दिल्ली में निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात में रांची के 46 स्‍कॉलर शामिल हुए थे। मंगलवार को कोराना से संक्रमित मुस्लिम स्‍कॉलरों के पकड़े जाने के बाद दिल्ली में जो खुलासा हुआ है, उसके मुताबिक इस जमात में शा‍मिल देश के 1830 स्‍कॉलरों में 46 ने अपना पता रांची ही लिखवाया है। इनमें से मलेशिया की महिला में कोरोना वायरस की पुष्टि हो गई है। पुलिस ने बीते दिन इस महिला मौलवी को राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में बड़ी मस्जिद से पकड़ा था। इधर तब्‍लीगी जमात से जुड़ी महिला में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। झारखंड के उन लोगों की सूची विशेष शाखा ने जारी की है, जो तबलीगी जमात में शामिल होने के लिए दिल्ली गये थे। सभी उपायुक्तों को आदेश दिया गया है कि इनकी गहन स्‍वास्‍थ्‍य जांच कराएं और इन पर आवश्‍यक कार्रवाई करें।

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मलेशिया की रहने वाली महिला में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मिलने के बाद पूरे झारखंड में हड़कंप मच गया है। बीते दिन रांची के हिंदपीढ़ी इलाके के बड़ी मस्जिद से तब्‍लीगी जमात के 18 विदेशी मौलवियों को पकड़ा गया था, जिसमें मलेशिया की यह मुस्लिम महिला भी शामिल थी। पुलिस ने इन सभी को पकड़ने के बाद हिरासत में लेकर रांची के खेलगांव में क्‍वारंटाइन किया था। मंगलवार को महिला में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद उसे रिम्‍स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।

यहां देखें झारखंड से तब्‍लीगी जमात में शामिल होने वालों की लिस्‍ट

दिल्ली के मरकज में गए थे गुमला के छह लोग

दिल्ली के निजामुद्दीन तबरीजी मरकज में भाग लेने के लिए छह लोग गुमला से गए थे। इस बात की पुष्टि एसपी अंजनी कुमार झा ने कर दी है। उन्होंने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि छह लोग दिल्ली गए थे। उन लोगों के बारे में पुलिस ने अपने स्तर से पड़ताल किया है। बताया गया कि दिल्ली गए सभी छह लोग वहीं हैं। अभी गुमला लौटे नहीं है। गए लोगों के बारे में दिल्ली से भी जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है।

तब्लीगी जमात में तीन लोग हुए थे शामिल, लिया गया सैंपल

कोरोना के संक्रमण में बड़ी भूमिका निभाने वाले दिल्ली निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात में बोकारो के तीन लोग भी शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि केन्द्रीय खुफिया विभाग की सूचना पर सोमवार की शाम दो लोगों को पकड़ा गया वहीं तीसरे की पहचान मंगलवार को हुई। तीनों के ब्लड सैंपल को आज स्वास्थ्य विभाग ने लिया है। उसे जांच के लिए रांची भेज दिया गया। दो लोग चंदनक‍ियारी तथा 1 चास प्रखंड के हैं। विदित हो कि 13 से 15 मार्च के बीच दिल्ली में तब्लीगी जमात का आयोजन किया गया था। उसमें तब्लीगी जमात के बोकारो के तीन प्रतिनिधि शामिल हुए थे। वहीं 22 फरवरी को दिल्ली से बोकारो आए 14 तब्बलीगी जमात के लोगों को भी होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। ये लोग 40 दिन के लिए बोकारो दौरे पर आए थे। इस बीच लॉक डाउन की घोषणा हो गई। इन पर प्रशासन की नजर है। ये सभी मौलवी हैं।

रांची में मामला आने के बाद सख्त हुआ प्रशासन

तीन लोगों के बारे में सूचना केन्द्रीय खुफिया ऐजेंसियों ने दिया था। हालांकि स्थानीय पता व पूरा ब्यौरा तब्लीगी जमात के स्थानीय प्रतिनिधि प्रशासन को उपलब्ध कराया। अब प्रशासन कल के रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रहा है। संभावना है कि उन सारे लोगों का भी ब्लड टेस्ट किया जाएगा, जो कि दिल्ली व विदेश से आए है।

बताया जा रहा है कि जमात में शामिल होने के बाद ये लोग पूरे प्रदेश के अलग-अलग हिस्‍सों में छिप गए हैं। जिनकी तलाश तेज कर दी गई है। इधर खुफिया विभाग और केंद्रीय जांच एजेंसियां तब्लीगी जमात मरकज के आतंकी कनेक्‍शन की भी पड़ताल कर रही है। यह पता चला है कि कोरोना वायरस को आतंकी बॉयोलॉजिकल हथियार के रूप में भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह काफी खतरनाक होगा। बहरहाल अब तक रांची के दो मस्जिदों से कुल 29 विदेशी मौलवी पकड़े जा चुके हैं। इस बारे में खुफिया विभाग पड़ताल में जुटी है। इधर पुलिस की ओर से ऐसे विदेशियों के मस्जिदों में बिना जानकारी के छुपे रहने को लेकर रांची को सुरक्षित पनाहगाह मानने की दिशा में भी जांच की जा रही है।

इससे पहले बीते दिन रांची के हिंदपीढ़ी इलाके के बड़ी मस्जिद से एक साथ 18 विदेशी मौलवी पकड़े गए थे। इनमें ब्रिटेन के नागरिक समेत केन्‍या, पोलैंड, म‍लेशिया और वेस्‍टइंडीज के स्‍कॉलर शामिल थे। इस हफ्ते रांची के अरगोड़ा में भी चीन और कजाकिस्‍तान के 11 विदेशी मौलवी पकड़े गए। इन सभी के बारे में केंद्रीय जांच एजेंसी ने भी जानकारी जुटाई है। एनआइए की टीम ने इन मुस्लिम स्‍कॉलरों से घंटों पूछताछ की। फिलहाल सभी विदेशी मौलवियों के पासपोर्ट जब्‍त कर लिए गए हैं। कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए सभी विदेशियों को क्‍वारंटाइन किया गया है।

साहिबगंज में तब्लीगी जमात (Tabligh e Jamaat Markaz) के लोगों की खोज शुरू

साहिबगंज जिले में भी तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की खोज शुरू हो गयी है। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले की सीमा से लगे इलाके की मस्जिदों पर पुलिस की नजर है। विशेष शाखा की रिपोर्ट के बाद यहां का प्रशासनिक अमला रेस हो गया है। बताया जाता है कि विशेष शाखा ने सीमावर्ती इलाके के मस्जिदों में जमात के लोगों के होने की आशंका जतायी है। एसपी अमन कुमार ने कहा कि तब्लीगी जमात की यहां के संपर्कों की जांच की जा रही है। सोमवार को मुख्य सचिव ने सभी डीसी व एसपी से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान भी इसपर नजर रखने को कहा था। बताया जाता है कि साहिबगंज के भी कुछ लोग जमात से जुड़े हुए हैं। वे उसके कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं। गौरतलब हो कि दिल्‍ली के निजामुद्दीन में एक मरकज मस्जिद से कुछ लोग पकड़े गए हैं। जिनमें कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि हुई है। 


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