रेलवे और विमानन कंपनियों पर कोरोना की मार, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर आधे से भी कम हुई यात्रियों की संख्या
Corona Effect On Jharkhand Railway कोरोना के कारण सिर्फ झारखंड रेलवे को ही नहीं बल्कि विमानन कंपनियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यही वजह है कि कई कंपनियों ने तो अपने विमान सेवाएं कुछ समय के लिए रोक दी है।
रांची, जागरण संवाददाता। कोरोना का असर अब हवाई यात्रा पर भी साफ तौर पर दिखने लगा है। यही वजह है कि कोरोना काल में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में काफी कमी आ गई है। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से अब सिर्फ 15 विमान ही उड़ाने भर रहे हैं। जबकि पहले के मुकाबले अब यात्रियों की संख्या आधे से भी कम हो गई है।
कई कंपनियों ने फ्लाट्स को बंद किया
पहले हर रोज करीब 7500 यात्री हर रोज बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सफर करते थे, लेकिन अब इनकी संख्या घटकर मात्र 3000 ही रह गई है। वहीं दूसरी ओर वमानन कंपनियों की भी हालत खराब है। कई विमानों ने उड़ाने भरना बंद कर दिया है, तो कुछ शहर से शहरों से उड़ान भरना कम कर दिया है। वहीं कई कंपनियों ने तो फ्लाइट्स को रद्द कर शुरु कर दिया है।
विमान कंपनियों पर कोरोना की मार
कई दफा यात्री नहीं मिलने की वजह से दाे विमान को रद कर दिया जाता है। यही हाल रहा ताे अभी और विमान रद् हाे सकते हैं। कुछ दिन पहले गो एयरवेज को काेलकाता के लिए काफी कम यात्री मिल रहे थे। कंपनी काे अच्छा रिस्पांस नहीं मिल रहा है। ऐसी ही हालत दिल्ली, बंगलुरू, मुंबई सहित अन्य शहरों के लिए है। जहां 100 यात्री भी कंपनी काे नहीं मिल रहे हैं।
2900 यात्रियों ने कराया है टिकट कैंसिल
यही हाल रेलवे की है, जहां कोरोना को देखते हुए कई यात्रियों ने टिकट कैंसिल कर दिया। यात्री यात्रा करने से परहेज कर रहे है। बीते 13 दिनों में 2900 यात्रियों ने टिकट कैंसिल कराया है। इस दौरान 13.5 लाख रुपये का टिकट रिफंड यात्रियों ने किया है। यही वजह है कि ट्रेन में टिकट यात्रियों को मिल जा रहा है। कोरोना के पहले की स्थिति में टिकट नहीं मिलता था। वेटिंग लिस्ट में यात्रियों का नाम शामिल रहता था। मगर कोरोना ने सब कुछ बदल दिया है। हर रोज कई यात्री अपना टिकट कैंसिल करा रहे हैं। बिहार, बंगाल, पुणे, मुंबई और दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों में सीटें खाली हैं। पहले झांसी स्टेशन पर रोजाना 22 हजार से 25 हज़ार यात्री आवागमन करते थे। मगर अब इनकी संख्या घटकर आठ हजार के करीब पहुंच गई है। हालांकि, दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों में थोड़ी भीड़ है। हटिया से यशवंतपुर और बेंगलुरु जाने के अलावा धनबाद-एलेप्पी ट्रेन में भी भीड़ चल रही है, इन ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में गिरावट नहीं आई है।