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छिटक चुके आदिवासी मतदाताओं को जोड़ेगी कांगेस

रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी राज्य में पार्टी के कुनबे से अलग हो चुके आदिवासी मतदाताओं को फिर से जोड़ने की कवायद में जुट गई है। शुरुआत विश्व आदिवासी दिवस ( नौ अगस्त)के अवसर पर की जा रही है। कांग्रेस इस दिवस को बड़े कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियों में है और इसमें प्रदेश कांग्रेस प्रभारी तो आएंगे ही, राज्य और देश के कुछ बड़े कांग्रेसी नेता भी पहुंच सकते हैं। इसके लिए अलावा बड़े आदिवासी नेताओं को भी कार्यक्रम के दौरान जुटाने की तैयारी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Jul 2018 10:33 PM (IST)Updated: Sat, 28 Jul 2018 10:33 PM (IST)
छिटक चुके आदिवासी मतदाताओं को जोड़ेगी कांगेस
छिटक चुके आदिवासी मतदाताओं को जोड़ेगी कांगेस

रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी राज्य में पार्टी के कुनबे से अलग हो चुके आदिवासी मतदाताओं को फिर से जोड़ने की कवायद में जुट गई है। शुरुआत विश्व आदिवासी दिवस ( नौ अगस्त)के अवसर पर की जा रही है। कांग्रेस इस दिवस को बड़े कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियों में है और इसमें प्रदेश कांग्रेस प्रभारी तो आएंगे ही, राज्य और देश के कुछ बड़े कांग्रेसी नेता भी पहुंच सकते हैं। इसके लिए अलावा बड़े आदिवासी नेताओं को भी कार्यक्रम के दौरान जुटाने की तैयारी है।

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इस कार्यक्रम को आदिवासी अधिकारी दिवस के रूप में राज्य में मनाने का निर्णय लिया गया है लेकिन फोकस चाईबासा है। यहीं आदिवासियों के लिए बड़े कार्यक्रम का आयोजन होगा।

इस कार्यक्रम के माध्यम से पांच बिंदुओं पर फोकस रहेगा इनमें भूमि अधिग्रहण संशोधन कानून की वापसी, सरना कोड लागू करने की मांग, पांचवीं अनुसूची के प्रावधानों को लागू करने की मांग, पेशा कानून लागू करने की मांग और आदिवासियों की एकजुटता पर फोकस है। कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस पार्टी तैयारी में जुट गई है। पांच अगस्त से ही व्यापक गतिविधियां शुरू होंगी। सभी राजनीतिक गतिविधियों को विभिन्न माध्यमों से आम लोगों तक पहुंचाने में भी पार्टी की कोर टीम लग गई है। इसी तारीख से वरिष्ठ नेता विभिन्न इलाकों में संवाददाताओं से बात कर मुद्दों को उठाएंगे।

इसके अलावा जिलों में कार्यरत आदिवासी संगठनों को जोड़ने में भी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता जुटे दिखेंगे। इन्हें कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए अलग से निमंत्रण भी भेजा जाएगा। ज्ञात हो कि कांग्रेस के पास कभी आदिवासियों का एक बड़ा वोट बैंक था जो धीरे-धीरे उससे दूर हो गया है।

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आरपीएन आ सकते हैं पहले सप्ताह में :

प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के झारखंड दौरे को लेकर भी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। वे पहले सप्ताह में झारखंड आ सकते हैं। वे प्रदेश कांग्रेस की गतिविधियों की जानकारी लेंगे। उन्हें चाईबासा में प्रस्तावित मुख्य कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। ऐसी उम्मीद है कि वे इसमें शामिल होंगे।

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