कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंंह के भाजपा में शामिल होने से झारखंड में राजनीति उथलपुथल की आशंका
Jharkhand Politics झारखंड में राजनीति का भविष्य अशांत दिख रहा है। झारखंड के कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंंह अब भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। उनके भाजपा में शामिल होने से झारखंड के कांग्रेस विधायकों पर क्या असर पड़ेगा इसपर सबकी नजर है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह आज मंगलवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। डा मनमोहन सिंंह की सरकार में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह इस समय झारखंड कांग्रेस के प्रभारी हैं।
कांग्रेस के विधायकों पर आरपीएन सिंह की मजबूत पकड़
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरपीएन सिंंह अगर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते हैं तो झारखंड की राजनीति में भी उथलपुथल संभव है। झारखंड में कांग्रेस के विधायकों पर आरपीएन सिंह की मजबूत पकड़ है। वर्ष 2019 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में आरपीएन सिंह ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ तालमेल कर 16 सीटों पर कब्जा करने में कामयाबी पाई थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं आरपीएन सिंंह
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरपीएन सिंंह की पहल पर ही बाद में झारखंड के दो और विधायक कांग्रेस में शामिल हो गये थे। इनमें बंधु तिर्की और प्रदीप यादव शामिल हैं। दोनों बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाली जेवीएम से चुनाव जीते थे। अकेला पड़ जाने के बाद बाबूलाल मरांडी भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
कांग्रेस के समर्थन से चल रही हेमंत सोरेन सरकार
अगर विधायक बंधु तिर्की और प्रदीप यादव को भी कांग्रेसी विधायक मान लिया जाए तो कांग्रेस विधायकों की झारखंड में कुल संख्या 18 हो जाती है। इस नजरिए से भी कांग्रेस की यहां महत्वपूर्ण भूमिका नजर आती है। वैसे भी झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार कांग्रेस के समर्थन से ही चल रही है।
कांग्रेस विधायकों पर अब सबकी टिकी है नजर
कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह के दल बदलने से झारखंड में कांग्रेस कमजोर तो होगी ही, झारखंड में राजनीतिक उथलपुथल मच सकता है। हेमंत सोरेन की सरकार के लिए कई मुश्किलें सामने आ सकती हैं। वैसे यह तभी संभव है जब कांग्रेस के विधायक पाला बदल लें।
भाजपा को लग रहा गिर सकती है सरकार
उधर, आरपीएन सिंंह के भाजपा में शामिल होने की बात सामने आने के बाद झारखंड की राजनीति पर सभी दलों की नजर केंद्रित हो गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा और भाजपा की नजर कांग्रेस विधायकों के रुख पर टिकी है। भाजपा को ऐसा लग रहा कि झारखंड में सरकार गिर सकती है।
झामुमो नेता भी कांग्रेस विधायकों पर रख रहे नजर
उधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के रणनीतिकार भी कांग्रेस विधायकों पर पैनी नजर रख रहे हैं। वैसे अभी तक कांग्रेस के किसी विधायक ने कोई बात नहीं कही है। आरपीएन सिंंह के भाजपा में शामिल होने की सूचना पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
झारखंड सरकार में दलीय स्थिति
- झारखंड मुक्ति मोर्चा -- 30
- कांग्रेस -- 16
- भाजपा -- 25
- जेवीएम -- 03
- आजसू पार्टी -- 02
- एनसीपी -- 01
- सीपीआइ एमएल -- 01
- राजद -- 01
- निर्दलीय -- 02
खात बातें
- जेवीएम के दो विधायक कांग्रेस तथा एक विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
- मौजूदा समय में भाजपा को सरकार बनाने के लिए कुल 10 विधायकों की जरूरत है।
आरपीएन सिंंह ने अपने टि्वटर अकाउंट के टाइमलाइन पर लिखा - इंडिया फर्स्ट
हेमंत सरकार गिराने की साजिश की बातें आती रही हैं सामने
झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार गिराने की साजिश की बात अक्सर सामने आती रही है। खुद झामुमो के विधायक समय समय पर यह आरोप लगाते रहे हैं कि भाजपा के इशारे पर कुछ लोग झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार गिराना चाह रहे हैं। झामुमो विधायकों को तोड़ने की कोशिश में लगे हैं। झामुमो के विधायक रामदास सोरेन तो इस संबंध में प्राथमिकी तक दर्ज करा चुके हैं। इतना ही नहीं वर्ष 2021 में पुलिस ने रांची में छापेमारी कर कुछ लोगों को एक होटल से गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप लगा था कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार को गिराने की साजिश रच रहे हैं। आरोपित जेल भेजे गए थे। बाद में झारखंड हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिली और बाहर आ गए। हालांकि यह जांच अभी तक पूरी नहीं हो सकी है।
कांग्रेस से आरपीएन सिंह ने दिया इस्तीफा
Today, at a time, we are celebrating the formation of our great Republic, I begin a new chapter in my political journey. Jai Hind pic.twitter.com/O4jWyL0YDC— RPN Singh (@SinghRPN) January 25, 2022
कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंघार ने लिखा- राजा भी चले गए, कुछ लोग बिना सत्ता नहीं रह सकते
महाराज के साथ राजा भी गऐ,सत्ता के बगैर यह लोग नहीं रह सकते 😊@SinghRPN @RahulGandhi @priyankagandhi @INCIndia @INCMP @BJP4India @INCUttarPradesh pic.twitter.com/OF1cAkrEP9— Umang Singhar (@UmangSinghar) January 25, 2022