मुख्यमंत्रीजी थाने में बिना पैसे के नहीं होता FIR, फरियादी की रघुवर दास को खरी-खरी
Raghubar Das in Sidhi Baat. मुख्यमंत्री ने सभी एसपी को कहा कि वे थाने में एफआइआर दर्ज करने के एवज में पैसे लेने पर कड़ाई से रोक लगाएं।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री जी झारखंड के थानों में बिना पैसे लिए नहीं दर्ज होता एफआइआर। सारे माहौल में सन्नाटा का आलम पसर गया। गुरुवार को फरियादियों से मुखातिब सीएम रघुवर दास भी पुलिस द्वारा सताए गए शोषित गरीब के इस दर्द को भांप कर पल भर के लिए अवाक रह गए। रांची में मुख्यमंत्री जनसंवाद में जनता से सीधी बात कर रहे रघुवर दास के सामने कई लोगों ने अपनी तकलीफें बयां की। मुख्यमंत्री ने इसपर चिंता जताते हुए इसपर तुरंत रोक लगाने का निर्देश पुलिस अधीक्षकों को दिया है।
सीएम ने सीधी बात कार्यक्रम में साफ कहा कि राज्य के थाने में अब कहीं से भी एफआइआर के लिए पैसे मांगने की शिकायत नहीं आनी चाहिए, एसपी यह सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने पासपोर्ट बनाने के क्रम में आवेदक पर गलत ढंग से चार आपराधिक मामले होने की रिपोर्ट देनेवाले रामगढ़ के कुजू के तत्कालीन थानेदार को आज ही निलंबित करने का सख्त आदेश दिया। मुख्यमंत्री रघुवर दास यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राज्य के विभिन्न जिलों की जनता से सीधी बात करते हुए उनके शिकायतों का निपटारा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने पूर्वी टुंडी पंचायत के लोगों से योजनाओं की पहुंच की भी जानकारी ली। सीधी बात में कुल 14 शिकायतों का निपटारा किया गया। मुख्यमंत्री ने सभी डीसी को एक माह के भीतर पिछड़ी जाति का सर्वेक्षण का निर्देश दिया। साथ ही एक माह में सभी पंचायत स्वयं सेवकों को प्रोत्साहन राशि तथा पहचान पत्र देने का निर्देश दिया। सहकारिता निबंधक सुचित्रा सिन्हा के जनसंवाद में उपस्थित नहीं रहने पर सीएम थोड़ी देर के लिए नाराज भी हुए। जिस पर अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी कि वे आकर चली गईं। मुख्यमंत्री ने उन्हें फिर से सीधी बात कार्यक्रम में वापस बुलवाया। मुख्यमंत्री ने संताली बहुल जिलों में पहली से पाचवीं तक संताली भाषा में पढ़ाई एक सप्ताह में शुरू करने का भी निर्देश दिया।