कोरोना टीकाकरण को लेकर राज्यों में होड़, झारखंड ने भी बढ़ाई रफ्तार; अब रोज लगेंगे ढाई लाख टीके
Coronavirus Vaccination in Jharkhand झारखंड में 14 प्रतिशत आबादी को ही पहली डोज का टीका लगा है। जमशेदपुर कोडरमा लोहरदगा सिमडेगा खूंटी टीकाकरण में आगे चल रहे हैं। कई जिला इसमें काफी पीछे हैं। सभी जिलों के दैनिक लक्ष्य तय कर दिए गए हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। केंद्र सरकार द्वारा आबादी के अनुपात के साथ-साथ टीकाकरण की स्थिति पर वैक्सीन उपलब्ध कराने की नीति लागू किए जाने के बाद राज्यों में कोरोना टीकाकरण को लेकर प्रतियोगिता बढ़ गई है। कई राज्यों ने टीकाकरण की रफ्तार काफी तेज कर दी है। झारखंड के पड़ोसी राज्य बिहार ने भी अभियान चलाकर प्रतिदिन तीन लाख से अधिक टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। इसे देखते हुए झारखंड सरकार ने भी अब राज्य में टीकाकरण की रफ्तार और बढ़ाते हुए प्रतिदिन ढाई लाख लोगों का टीकाकरण करने का निर्णय लिया है।
राज्य सरकार ने प्रतिदिन ढाई लाख टीकाकरण करने को लेकर सभी जिलों के दैनिक लक्ष्य भी तय कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने गुरुवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई निर्देश दिए। वर्तमान में टीकाकरण की स्थिति की बात करें तो पिछले सप्ताह 65 से 70 हजार लोगों का (सप्ताहांत अभियान के अलावा) टीकाकरण हो रहा था, वहीं अब एक लाख से अधिक लोगों काे एक दिन में टीका लग रहा है।
झारखंड के लिए टीकाकरण की रफ्तार बढ़ानी इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि यहां अभी तक कुल आबादी में से 14 प्रतिशत को ही पहली डोज का टीका लग सका है। कई जिला इसमें काफी पीछे हैं। चतरा, साहिबगंज, गिरिडीह जैसे जिलों में तो अभी तक दस प्रतिशत आबादी को ही पहली डोज का टीका लग सका है। वहीं, जमशेदपुर, कोडरमा, लोहरदगा, सिमडेगा, खूंटी पहली डोज के टीकाकरण में आगे चल रहे हैं। इन जिलों में 16 से 19 प्रतिशत तक की आबादी को पहली डोज का टीका लग चुका है।
मई माह में 18 से 44 वर्ष के नागरिकों का टीकाकरण झारखंड में देर से शुरू होने तथा मई माह में काफी कम टीकाकरण होने से झारखंड पिछड़ा है। जून माह में टीकाकरण बढ़ा है तथा राज्य सरकार इस माह मिलने वाली सभी वैक्सीन का इस्तेमाल करने का प्रयास कर रही है। ऐसे में जुलाई माह में मिलने वाली लगभग 33 लाख वैक्सीन का इस्तेमाल पहले कर लेने से केंद्र से और वैक्सीन मिल सकती है। राज्य सरकार ने भी इस सोच के साथ ही टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने का निर्णय लिया है।
आधे बुजुर्गों का हुआ टीकाकरण
राज्य में अभी भी आधे से अधिक बुजुर्गों को पहली डोज का भी टीका नहीं लग सका है। 45 से 59 वर्ष आयु वर्ग के 31 प्रतिशत तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के 41 प्रतिशत नागरिकों को ही पहली डोज का टीका लग सका है। बता दें कि 45 वर्ष से अधिक आयु के लाेगों में कोरोना का खतरा अधिक होने के कारण इनके शीघ्र टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है।
अबतक किसका कितना टीकाकरण (पहली डोज)
लाभुक - कुल लक्ष्य - टीकाकरण - उपलब्धि प्रतिशत
हेल्थ केयर वर्कर्स 2,17,167 2,06,069 95
फ्रंटलाइन वर्कर्स 3,78,681 3,57,932 95
18-44 वर्ष 1,57,34,635 16,75,266 11
45-59 वर्ष 51,55,115 15,91,385 31
60 वर्ष से अधिक 32,31,564 13,37,828 41
किस जिले में कितनी प्रतिशत आबादी को पहली डोज का टीका
पूर्वी सिंहभूम : 19.30, कोडरमा : 19.00, लोहरदगा : 17.80, सिमडेगा : 17.70, खूंटी : 16.60, गोड्डा : 15.70, गुमला : 15.40, रांची : 15.10, रामगढ़ : 14.75, हजारीबाग : 14.60, जामताड़ा : 13.80, पलामू : 13.75, दुमका : 13.40, देवघर : 13.20, सरायकेला खरसावां : 13.10, लातेहार : 13.00, पश्चिमी सिंहभूम : 12.85, पाकुड़ : 12.60, धनबाद : 12.15, बोकारो : 12.00, गढ़वा : 11.90, चतरा : 10.55, गिरिडीह : 10.35, साहिबगंज : 9.95