कॉमर्शियल माइनिग से कोयला उद्योग व कोयला मजदूर हो जाएंगे बर्बाद : संयुक्त मोर्चा
संयुक्त मोर्चा अरगडा एरिया ने गिद्दी सी वर्कशॉप समीप रविवार को पि
संवाद सूत्र, गिद्दी (रामगढ़) : संयुक्त मोर्चा अरगडा एरिया ने गिद्दी सी वर्कशॉप समीप रविवार को पिट मीटिग की। मौके पर मिथिलेश सिंह, बैजनाथ मिस्त्री, कन्हैया सिंह, अरूण कुमार सिंह, सीपी संतन, धनेश्वर तुरी, रामजी सिंह, जगदीशचंद्र बेदिया, रंजीत सागर ने कहा कि कॉमर्शियल माइनिग से कोयला उद्योग व कोयला मजदूर बर्बाद हो जाएंगे। कोयला उद्योग में 1972-73 के पूर्व की स्थिति आ जाएगी। केंद्र की मोदी सरकार की मजदूर विरोधी नीति के कारण कोयला उद्योग निजी मालिकों के हांथों चली जाएगी और मजदूर के समक्ष गुलामी की स्थिति आ जाएगी। कॉमर्शियल माइनिग से निजी मालिकों को कोयला उत्पादन में कम खर्च होगा और कोयला भी कम दर में बेचेंगे। ऐसे में कोल इंडिया का कोयला महंगा होने के कारण कोयला नहीं विकेगा और कोयला उद्योग मंदी की ओर चली जाएगी। नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार के मंत्री व सांसद बोल रहे हैं कि कॉमर्शियल माइनिग से कोयला उद्योग को कोई नुकसान नहीं होगा। जो गलत है। उन्होंने कहा कि करीब दस वर्ष पहले 110 कोयला खदान निजी मालिकों को दिया गया था। इसमें मात्र 10 खदान ही चालू हो पाए है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोयला उद्योग में कॉमर्शियल माइनिग, कोल ब्लॉक को निजी मालिकों को बेचने, काम का अवधि 8 से 12 घंटा कर, श्रम कानून में संसोधन करने समेत अन्य मांगों को लेकर 2 से 4 जुलाई तक कोल इंडिया में होने वाले हड़ताल को सफल बनाने की अपील किया। पिट मीटिग की अध्यक्षता जन्मेजय सिंह ने किया। मौके पर इदरीश आलम, शशि भुषण सिंह, कीर्तन सिंह, मंगरू महतो, लक्ष्मी राम, तालेश्वर, मटूक लाल, जवाहर यादव, योगेंद्र पासवान, विनोद सिंह, वृजमोहन महतो समेत दर्जनों कर्मी उपस्थित थे।