नाला को पाट बना दिया कमर्शियल कॉम्पलेक्स
रांची : हरमू के कार्तिक उरांव चौक के समीप नाला को पाटकर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, रांची : हरमू के कार्तिक उरांव चौक के समीप नाला को पाटकर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर दिया गया है। बुधवार को पूर्व पार्षद प्रदीप कुमार की शिकायत पर मेयर, डिप्टी मेयर व अपर नगर आयुक्त ने संबंधित स्थल का निरीक्षण भी किया। पूर्व पार्षद ने मेयर को बताया कि आवास बोर्ड के ओपेन स्पेस की जमीन पर जी प्लस थ्री कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है। नगर निगम से जी प्लस टू रेसीडेंशियल भवन का नक्शा ही पास किया गया है, जबकि भवन मालिकों (संजय मिश्रा व सुबोध मिश्रा) ने कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर दिया है। सिर्फ यही नहीं भवन मालिकों ने ओपेन स्पेस के समीप पूर्व निर्मित नाला के उपर भी निर्माण किया गया है। अब भवन मालिकों ने भवन के अंदर स्थित नाला के हिस्से को जाम कर दिया है, जिसके कारण आसपास के घरों से निकलने वाला गंदा पानी नाला में नहीं प्रवाहित हो रहा है। यह सुनते ही अपर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद ने सुपरवाइजर को निर्देश दिया कि भवन के अंदर स्थित नाला की सफाई कराएं। जवाब में सुपरवाइजर ने कहा कि भवन मालिक ने जाम नाला को साफ कराने से इंकार कर दिया है। भवन मालिक ने कहा कि उनके भवन के अंदर नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं कर सकता।
कनीय अभियंता की जांच रिपोर्ट में दोष : पूर्व पार्षद ने मेयर को यह भी बताया कि नगर निगम के कनीय अभियंता ने स्थल जांच के क्रम में अपनी रिपोर्ट में नाला होने का जिक्र ही नहीं किया है। यह सुनते ही अपर नगर आयुक्त ने कनीय अभियंता विवेक कुमार से पूछा कि ऐसा क्यों हुआ। जवाब में कनीय अभियंता ने कहा कि नाला कच्चा था, इसलिए रिपोर्ट में उसका जिक्र नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि भवन मालिक के पास पूरे जमीन की रजिस्ट्री के कागजात भी हैं। अपर नगर आयुक्त ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि जी प्लस टू भवन की जगह जी प्लस थ्री कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कैसे करा दिया गया।
क्या है मामला
-आवास बोर्ड के पूर्व एमडी मनोज कुमार ने अल्प आय वर्ग एलएस-36 के आवंटी संजय कुमार मिश्रा को लगभग ढाई कट्ठा जमीन का आवंटन कट प्लॉट के रूप में कर दिया था।
- 20 दिसंबर 2014 को किए गए आवंटन में बोर्ड ने संजय मिश्रा से 1800 रुपये प्रति वर्गफीट की दर से लगभग 35 लाख रुपये लिए थे।
- कार्तिक उरांव चौक के समीप स्थित एलएस-36 भूखंड मुख्य सड़क तक है। पार्षद ने 18 फरवरी को प्रबंध निदेशक को लिखा था पत्र
पूर्व पार्षद प्रदीप कुमार ने इस मामले में 18 फरवरी को आवास बोर्ड के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखा था। पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा था कि कार्तिक उरांव चौक के समीप 60 फीट सड़क के अलावा कुछ ओपेन स्पेस की जगह थी, जो क्वार्टर संख्या-एलएस/32 से 36 तक है। मकानों के बाहर पक्का नाला, सीवरेज-ड्रेनेज पाइपलाइन, इलेक्ट्रिक लाइन व एयरटेल का केबल है। पक्का नाला एलएस/30 से 36 क्वार्टर होते हुए हरमू बायपास रोड में मिलता है। मकान संख्या-एलएस/36 के समीप नाला के बाद की ओपेन स्पेस की जमीन पर व्यावसायिक भवन का निर्माण कर नाला को संजय मिश्रा ने अंदर से बंद कर दिया है। इस नाला में तीन सौ घरों का गंदा पानी बहता है। अब लोगों को गंदगी का समाना करना पड़ रहा है। आवास बोर्ड ने बेच दी ओपेन स्पेस की जमीन
पूर्व पार्षद प्रदीप कुमार ने बताया कि संजय मिश्रा के आवास (एलएस-36) की जमीन की 1350 वर्गफीट है। आवास बोर्ड के अधिकारियों की मिलीभगत से ओपेन स्पेस की 2250 वर्गफीट जमीन बेच दी गई है। यह मामला आवास बोर्ड के तत्कालीन एमडी मनोज कुमार के कार्यकाल की है। जी प्लस थ्री कॉमर्शियल बिल्डिंग में सेटबैक भी बहुत कम छोड़ा गया है। तीन दिन पहले भवन मालिक ने नाला को जाम कर दिया, तो इस मामले की सूचना मेयर को दी।
संबंधित भवन के मामले में नगर आयुक्त के कोर्ट में अवैध निर्माण का केस भी चल रहा है। नक्शा की जांच करने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि जी प्लस थ्री कॉमर्शियल बिल्डिंग का निर्माण कैसे कराया गया है। आवास बोर्ड को पत्र लिख ओपेन स्पेस की जमीन पर किए गए निर्माण का जवाब मांगा जाएगा। भवन की तीसरी मंजिल सील की जाएगी।
- आशा लकड़ा, मेयर, रांची।