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Weekly News Roundup Ranchi: यहां कॉकरोच उड़ा रहे शाही दावत... पढ़ें हफ्तेभर की प्रशासनिक हलचल

Weekly News Roundup Ranchi. 26 जनवरी को लेकर प्रशासनिक महकमे में इसे लेकर कोई खास तैयारी नजर नहीं आ रही है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 02:48 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 02:48 PM (IST)
Weekly News Roundup Ranchi: यहां कॉकरोच उड़ा रहे शाही दावत... पढ़ें हफ्तेभर की प्रशासनिक हलचल
Weekly News Roundup Ranchi: यहां कॉकरोच उड़ा रहे शाही दावत... पढ़ें हफ्तेभर की प्रशासनिक हलचल

रांची, [शक्ति सिंह]। 26 जनवरी नजदीक है। नई सरकार बनने के बाद तैयारियों का उत्साह भी ज्यादा नजर आ रहा है, लेकिन प्रशासनिक महकमे में इसे लेकर कोई खास तैयारी नजर नहीं आ रही है। चूहे के बाद अब कॉकरोच ट्रेन में शाही दावत का मजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री के ट्विटर पर एक्टिव रहने के कारण अफसरों को भी अपने आप को चुुस्त-दुरुस्त रखने में जुटे हैं। आइए जानते हैं इस हफ्ते प्रशासनिक स्तर पर क्या रही हलचल...

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दावत उड़ा रहे शाही कॉकरोच

वीआइपी मानी जाने वाली ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस में व्यवस्था सुधारे नहीं सुधर रही है। ज्यादा किराया देकर विशेष ट्रेन से यात्रा की चाहत रखने वाले जहां गंदे बेडरोल से लेकर खराब भोजन तक की मार झेल रहे हैं, वहीं दावत उड़ा-उड़ा कर मोटे हो गए कॉकरोच ट्रेन में मौज काट रहे हैैं। कुछ दिन पहले रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में यात्रियों को नाश्ते में एक्सपायरी कॉफी और दूध का पाउडर दिया गया था। ट्वीट से शिकायत रेल मंत्री और फिर डीआरएम तक पहुंची।

हालांकि इस पर कार्रवाई की बजाय आइआरसीटीसी का हवाला देकर मामले को टाल दिया गया। इस घटना के चार दिन बाद इसी ट्रेन में स्पेशल टीम जांच को पहुंची। टीम ने पेंट्री कार में कॉकरोच की मौजूदगी और यात्रियों को गंदा बेड रोल देने पर आपत्ति जताई थी। टीम जल्द ही रिपोर्ट डीआरएम को सौंपेगी। वीआइपी ट्रेन के ये शाही कॉकरोच कब तक बेदखल होते हैं, देखना दिलचस्प होगा।

तुलने लगे धान के बोरे

रांची जिले में धान खरीदारी की धीमी गति पर चिंता जताते हुए जब उपायुक्त ने पदाधिकारियों को इसे रफ्तार पकड़ाने का निर्देश दिया तब जाकर धान खरीदारी के आंकड़े में बढ़ोतरी दर्ज हुई। देर आयद, दुरुस्त आयद। दनादन प्रखंडों में धान क्रय केंद्र खोले गए। डीसी साहब के इस रुख से किसानों के मुरझाए चेहरे पर थोड़ी रौनक लौटी। हालांकि बहुत किसान अपना काफी कुछ पहले ही गंवा चुके हैं। बिचौलिये मोटा माल बना सरक लिये। जब तक सांस, तब तक आस।

किसानों की कुछ उम्मीदें अब भी बाकी हैैं। चुनावी महिमा अपरंपार है। धान खरीदारी के मामले में पहले से ही रांची जिला डेढ़ महीना पीछे चल रहा है। ऐसे में लक्ष्य हासिल करने में थोड़ा समय लगेगा। डीसी साहब का डंडा चलते ही सारे अधिकारी रेस हो गए हैं। अब केंद्रों पर धड़ाधड़ धान के बोरे तौले जाने लगे हैैं। यह रफ्तार बस कायम रहनी चाहिए।

आखिर कब चढ़ेगा बासंती रंग

गणतंत्र दिवस को सिर्फ पांच दिन शेष रह गए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से आयोजन की तैयारियां अभी भी सुस्त नजर आ रही हैं। राजधानी के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में गणतंत्र दिवस पर भव्य समारोह का आयोजन हर साल किया जाता रहा है। अलग राज्य बनने के बाद इसका स्वरूप और बड़ा हो गया। भव्यता और बढ़ गई। झांकी बनकर तैयार हो रही।

कुछ विभागों ने लेटलतीफ हैं। चाल मंद है। इतने कम दिनों में बेहतर झांकी बना पाना चुनौती भरा होगा। हां, परेड की रिहर्सल शुरू हो गई है। जिला पुलिस और सुरक्षा बलों की टुकडिय़ां इसमें हिस्सा ले रही हैं। लगता है चुनाव के बाद ठंड, कोहरे और छुट्टिïयों का मजा ले चुके साहबों की खुमारी अब भी नहीं उतरी है। फिलहाल मौका बासंती रंग में रंग जाने का है, ताकि सभी आनंद के साथ जन-गण-मन गाएं।

ट्विटिया आदेश पर सबकी नजर

जिले के अधिकारी इन दिनों फेसबुक और ट्विटर पर नजर गड़ाए हैं। नए सीएम के पास ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से भी शिकायतें पहुंच रही हैं। उनकी झटपट सुनवाई भी हो रही है। रात-बेरात किसी भी ट्विट पर सीएम संबंधित अधिकारी को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दे रहे हैैं। उन्हें समाधान कर रिपोर्ट भी ट्विटर पर ही दे देनी होती है। ऐसे में सभी चौकन्ने हैैं।

चिंतित और गंभीर भी, कि न जाने कब अचानक कौन सा ट्वीट उनके लिए नया फरमान लेकर आ जाए। कई इससे सहमे हुए भी हैं कि कहीं कोई उनकी ढिलाई को लेकर ही ट्वीट न ठोंक दे। ऐसे में ट्विटर पर मिले निर्देश के पालन में जरा भी कोताही खतरे से खाली नहीं। हाल ही में पतरातू डैम जाने वाली सड़क के निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने रांची डीसी को ट्वीट कर जांच का निर्देश दिया था।


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