CCL की खदानों से कोयले की खुली लूट, बिना नंबर की गाड़ियों से हो रहा काला धंधा
Jharkhand Samachar. वजन कराने के नाम पर गाडिय़ों को सुरक्षित पास कराने का इंतजाम है। हर दिन साइडिंग तक बिना रिकॉर्ड हजारों टन कोयला पहुंच रहा है।
रांची, [ब्रजेश मिश्र/फहीम अख्तर]। सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (सीसीएल) की माइंस से कोयले की खुली तौर पर लूट चल रही है। पिपरवार व अशोका माइंस से निकला कोयला बचरा व आरसीएम साइडिंग पहुंचता है। कौन ले जा रहा। कहां ले जा रहा। कितना ले जा रहा। किस गाड़ी से ले जा रहा। कोई देखने वाला नहीं। धड़ल्ले से बिना नंबर वाली गाडिय़ों से हजारों टन कोयला माइंस से साइडिंग तक पहुंचाया जा रहा है।
साइडिंग तक पहुंचाने से पहले कांटा कराने के नाम पर गाडिय़ों को सुरक्षित निकलने का पूरा इंतजाम किया गया है। देश की संपत्ति की लूट को बिना किसी रोकटोक के अंजाम दिया जा रहा है। कोयले से करोड़ों की कमाई की कलंक कथा की पड़ताल में ऐसे कई हाइवा मिले जिन पर कहीं कोई नंबर नहीं लिखा था। ऐसी गाडिय़ों पर कोयला लद कर माइंस से साइडिंग तक पहुंच रहा है।
कांटाघर के ठीक सामने से कई गाडिय़ां बिना वजन कराए निकल रही हैं। इसके चालान पर हाथ से वजह लिखा जा रहा है। बचरा साइडिंग का एक नंबर कांटाघर तक कई बार बंद मिलता है। यहां मरम्मत का काम चलता रहता है। बिना वजन के गाडिय़ां साइडिंग तक पहुंच जाती हैं। बिना वजन और कम वजन के आधार पर जिस कोयले की लूट होती है उसका हिसाब करोड़ों में है। कहने की जरूरत नहीं कि इतने बड़े खेल को देखकर भी अधिकारी से लेकर पुलिस तक चुप क्यों है।
कैमरे में रिकाॅर्ड हो गया पूरा खेल
समय : दोपहर करीब 1.45 बजे
स्थान : आरसीएम
स्थिति : कोयले के काले खेल की पड़ताल करने पहुंची टीम के कैमरे में लूट का पूरा खेल रिकाॅर्ड किया गया। सुरक्षा कॢमयों की मौजूदगी में कोयला लदा वाहन वजन कराए बिना आगे निकल गया। इस बारे में पूछताछ करने पर मौके से कुछ दूरी पर आराम फरमा रहे सुरक्षाकर्मी हरकत में आए। वाहन को बैक कराकर फिर कोयले का वजन कराया गया।
जेएच-01सीआर-9035 नंबर की गाड़ी बिना वजन कराए निकली
पूरे खेल का उद्भेदन करने में लगी दैनिक जागरण टीम के ठीक सामने से हाइवा (जेएच-01सीआर-9035) कांटा पर बिना वजन कराए तेजी से निकल गई। टीम की ओर से इस बारे में पूछने पर सुरक्षाकर्मी हरकत में आए। इसके बाद आगे बढ़कर वाहन को रोका गया। ड्राइवर संकेत समझ गया। गाड़ी को पीछे कर फिर कांटा पर चढ़ाया गया। चालक से पूछने पर उसने कैमरे के सामने कहा कि वह वजन कराना भूल गया।
बचरा साइडिंग का कांटा पड़ा हुआ था खराब
समय : दोपहर करीब 2.30 बजे
स्थान : बचरा
स्थिति : माइंस से लेकर साइडिंग तक में सिस्टम की आड़ में कोयले का काला खेल जारी मिला। बचरा साइडिंग तक पहुंच रहे वाहनों के कागजी चालान के साथ वाहन का विवरण नहीं था। कांटा खराब पड़ा हुआ था। इसके मरम्मत का कार्य चल रहा था। वाहन के ड्राइवर बिना वजन कराए सीधे माल को साइडिंग तक पहुंचा रहे थे। कांटा केंद्र से कंप्यूटराइज्ड पर्ची निकलने की कोई व्यवस्था नहीं थी। वजह दिखाने वाला सिस्टम बंद पड़ा था। मापतौल के बिना सीधे कोयले की ढुलाई कराई जा रही थी।
'इस बारे में आपका प्रश्न प्राप्त हो गया है। विस्तृत जानकारी लेने के बाद ही इस बारे में सवालों के बारे में जवाब दे सकेंगे। संबंधित लोगों से जानकारी मांगी गई है। मैं इस बारे में कोई भी टिप्पणी फिलहाल करने में असमर्थ हूं।' -दीपक कुमार, पीआरओ, सीसीएल।
'अगर बिना नंबर की गाडिय़ां चल रही हैं तो यह निश्चित रूप से गलत है। इस मामले में सीसीएल प्रबंधन को जवाब देना होगा। माइंस कार्य में लगे वाहनों का पूरा विवरण कंप्यूटराइज्ड तरीके से उपलब्ध होना चाहिए।' -संजीव कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, रांची।