जब्त स्टॉक से 2000 टन कोयला गायब, सीबीआई निदेशक को पत्र
गिरिडीह जिला अन्तर्गत ब्रह्मडीहा ओपेनकास्ट माइंस (केस्ट्रोन माईनिंग) से जब्त कोयला के स्टॉक से लगभग 2000 टन कोयला गायब हो गया है।
राज्य ब्यूरो, रांची : गिरिडीह जिला अन्तर्गत ब्रह्मडीहा ओपेनकास्ट माइंस (केस्ट्रोन माईनिंग) से जब्त कोयला के स्टॉक से लगभग 2000 टन कोयला गायब हो गया है। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने इसे संगीन मामला बताते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने इस संदर्भ में सीबीआई निदेशक को पत्र भी लिखा है।
पत्र में बाबूलाल ने कहा है कि सीबीआई द्वारा कोलगेट घोटाले की जाच के क्रम में उक्त माइंस से 16000 टन कोयला को पाच वर्ष पूर्व जब्त किया गया था। यह माइंस जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र टिकोडीह-चुंजका के नजदीक स्थित है। कहा, इस माइंस से लगातार कोयला गायब किया जा रहा है। फर्जी कागजात के सहारे कोयला के उठाव करने की बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि पाच वर्ष पूर्व उक्त माइंस की जाच करने के बाद सीबीआई की टीम द्वारा वहा से जब्त कोयला के स्टॉक की जवाबदेही माइंस के ही निजी सुरक्षागार्डो को सौंपी थी। सीबीआई द्वारा सुपुर्द जब्त कोयला के इसी स्टॉक में से धीरे-धीरे कोयला गायब किया जाने लगा। अब तक लगभग 2000 टन से अधिक कोयला गायब किए जाने की बात सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि लॉकडाउन अवधि से ठीक पूर्व फरवरी माह में धनबाद की एक कथित कंपनी द्वारा दस्तावेज में फर्जीवाड़ा कर कई ट्रक कोयला इस माइंस से ढोया गया। कंपनी के लोगों ने सीबीआई द्वारा जब्त किए गए स्टॉक से कोयला उठाव का आदेश मिलने की झूठी बात बताकर गलत कागज दिखाकर दो दिनों में कई ट्रक कोयला का उठाव कर लिया। उन्होंने कहा कि कोलगेट घोटाला सामने आने के बाद तीन दफा सीबीआई की टीम उक्त माइंस की जाच के लिए आ चुकी है। जबकि राची से दो बार प्रवर्तन निदेशालय की टीम भी पहुंची है।
---
एसडीपीओ ने की ब्रह्मडीहा से कोयला टपाने की जांच
गिरिडीह : ब्रह्मडीहा ओपन कास्ट से पांच साल पूर्व सीबीआइ द्वारा जब्त किया गया कोयला गायब होने की जानकारी के बाद पुलिस महकमा का हाथ पांव फूलने लगे हैं। शुक्रवार को मामले की जांच के लिए एसडीपीओ कुमार गौरव ने स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने केस्ट्रोन माइनिग के समीप रखे गए कोयले की जांच की। एसडीपीओ ने बताया कि सीबीआई ने पूछा है कि जब्त किए गए कोयले की ढुलाई कैसे हुई। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में इन बिदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा कि अगर जब्त कोयला गायब हुआ तो किसके माध्यम से गायब किया गया। साथ ही किस आधार पर कोयला गायब हुआ। इन सारी बातों की जांच की जाएगी तथा जांच में जो भी व्यक्ति दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण में थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर के अलावा अन्य लोग शामिल थे।
---