Jharkhand Cabinet Expansion: कैप्टन हेमंत सोरेन की टीम के ये हैं 10 खास खिलाड़ी, जानिए
Hemant Soren Government मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। राजभवन में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने 7 नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
रांची, जेएनएन। Hemant Soren Government झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। राजभवन में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने 7 नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। आज मंत्री बनाए जाने वालों में चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी, बन्ना गुप्ता बादल पत्रलेख और मिथिलेश कुमार ठाकुर के नाम हैं।
इससे पूर्व हेमंत सोरेन सरकार में तीन मंत्री पहले ही बनाए जा चुके हैं। इनमें आलमगीर आलम, झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और सत्यानंद भोक्ता शामिल हैं। झामुमो कोटे से मुख्यमंत्री समेत 6 मंत्री, कांग्रेस कोटे से 4 और राजद से एक मंत्री सरकार में शामिल हैं। हेमंत मंत्रिमंडल में 12 मंत्रियों की जगह है। इसमें अब 11 मंत्री बनाए जा चुके हैं। बीते 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ लेने के बाद एक महीने से इस पर चर्चा चल रही थी कि कब झारखंड सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होगा। झारखंड की महागठबंधन सरकार में झामुमो, कांग्रेस के अलावा राजद के एक विधायक शामिल हैं।
ये है हेमंत सोरेन का प्लेइंग इलेवन
1 मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झामुमो, दुमका विधानसभा क्षेत्र से विधायक: झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन दूसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने दुमका और बरहेट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों सीटों से जीत हासिल की। हालांकि विधायक पद की शपथ लेने के दिन उन्होंने बरहेट सीट छोड़ दी।
2 रामेश्वर उरांव, कांग्रेस, लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से विधायक : लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए रामेश्वर उरांव झारखंड कांग्रेस प्रदेश में अध्यक्ष हैं। उन्होंने 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा के सुखदेव भगत को हराकर जीत हासिल की है।
3 आलमगीर आलम, कांग्रेस, पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक
4 सत्यानंद भोक्ता, राजद, चतरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक
5 चंपई सोरेन, झामुमो, सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से विधायक : चंपई सोरेन झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन के विश्वस्त माने जाते हैं। वे सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से छठी बार विधायक चुने गए हैं। वे झारखंड सरकार में तीसरी बार मंत्री बने हैं। चंपई सोरेन झारखंड टाइगर के नाम से जाने जाते हैं। वर्ष 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में चंपई सोरेन ने भाजपा के गणेश महाली को सोलह हजार मतों के अंतर से हराकर लगातार चौथी जीत दर्ज की।
6 हाजी हुसैन अंसारी, झामुमो, मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक : हाजी हुसैन अंसारी तीसरी बार हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने मधुपुर विधानसभा सीट से रघुवर सरकार में श्रम नियोजन मंत्री रहे भाजपा प्रत्याशी राज पलिवार को हराकर जीत हासिल की है। वे 2009 में पहली बार शिबू सोरेन की सरकार में मंत्री बनाए गए थे। वे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री का पद संभाल चुके हैं। झारखंड राज्य गठन के बाद उन्होंने 2000, 2009 एवं 2019 में विधानसभा चुनाव जीता। इससे पूर्व वे अखंड बिहार में भी 1995 में विधानसभा पहुंच चुके हैं।
7 जगरनाथ महतो, झामुमो, डूमरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक: डुमरी से झामुमो विधायक जगरनाथ महतो पहली बार मंत्री बने हैं। हालांकि हेमंत मंत्रिमंडल में टुंडी विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के ही टिकट पर विधायक चुने गए मथुरा महतो को मंत्री बनाए जाने की चर्चा थी। लेकिन अपने दामाद जयप्रकाश भाई पटेल की राजनीति के कारण मथुरा महतो मंत्री पद हासिल नहीं कर सके।
8 जोबा मांझी, झामुमो, मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक: मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के टिकट पर विधायक बनीं जोबा माझी अपने पति देवेंद्र माझी की हत्या के बाद से राजनीति में हैं। उन्होंने अखंड बिहार में 1995 में पहली बार सहानुभूति लहर में चुनाव जीतीं थी। इसके बाद राबड़ी सरकार में मंत्री बनाई गईं। झारखंड राज्य के गठन के बाद वह बाबूलाल मरांडी सरकार में मंत्री बनीं। जोबा 2009 में चुनाव हार गई थी। वर्ष 2014 और वर्ष 2019 विधानसभा चुनाव में वह झामुमो के टिकट पर चुनाव जीतीं।
9 बन्ना गुप्ता, कांग्रेस, जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक
10 बादल पत्रलेख, कांग्रेस, जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से विधायक : जरमुंडी विधानसभा से विधायक चुने गए बादल पत्रलेख बाबा बासुकीनाथ के अनन्य भक्त हैं। बादल पहली बार मंत्री बने हैं। कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा पहुंचने वाले बादल पत्रलेख लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। उन्होंने वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा। लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। दूसरी बार वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी बादल ने झामुमो प्रत्याशी सह पूर्व मंत्री हरिनारायाण राय को हराया और विधायक बने। वर्ष 2019 के चुनाव में पुन: बादल ने दूसरी बार जीत दर्ज की। इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिली।
11 मिथिलेश कुमार ठाकुर, झामुमो, गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से विधायक : चाईबासा के रहनेवाले मिथिलेश कुमार ठाकुर गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के टिकट पर विधायक चुने गए हैं। उन्हें पहली बार मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। गढ़वा सीट से जीत हासिल करने से पहले वे दो बार विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं। मिथिलेश ठाकुर एक बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी हैं। चाईबासा की जनता उन्हें मुन्नू ठाकुर के नाम से जानती है। मिथिलेश ठाकुर झारखंड अलग राज्य की स्थापना के बाद से ही झामुमो से जुड़े हुए हैं। मिथिलेश को शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन का करीबी माना जाता है।