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Lockdown Update: मदद मिलने में देरी पर सीएम हेमंत सोरेन ने मांगी माफी, बोले- विश्वास रखें, मदद जरूर पहुंचेगी

Lockdown Update. मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने दूसरे राज्य में फंसे झारखंडियों को मदद पहुंचाने का दिया भरोसा। कहा कि कोरोना का लक्षण नहीं छिपाएं बल्कि जांच कराएं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 12:44 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 12:44 PM (IST)
Lockdown Update: मदद मिलने में देरी पर सीएम हेमंत सोरेन ने मांगी माफी, बोले- विश्वास रखें, मदद जरूर पहुंचेगी
Lockdown Update: मदद मिलने में देरी पर सीएम हेमंत सोरेन ने मांगी माफी, बोले- विश्वास रखें, मदद जरूर पहुंचेगी

रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस से संभावित खतरे को देखते हुए लॉकडाउन होने से कई लोग राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में फंस गए हैैं। कइयों को भूखे रहने की नौबत आ गई है। सीएम हेमंत सोरेन लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैैं और ट्वीट के माध्यम से मिली जानकारी पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दे रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।

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उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि आपकी सरकार राज्य से बाहर फंसे हर झारखंडी तक मदद पहुंचा रही है। अगर मदद मिलने में थोड़ा विलंब हो रहा हो तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं। पूरा विश्वास रखें, मदद जरूर पहुंचेगी। इसके अलावा सीएम ने सभी से घर में रहने की अपील की है। कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का एक ही तरीका है सतर्क रहे, सुरक्षित रहें और घर पर रहें।

कोरोना से जुड़े लक्षणों को छुपाये नहीं, इससे घबरायें नहीं, बल्कि जांच करायें। कोरोना से लड़ाई हम एक दूसरे की मदद कर ही जीत सकते हैं। कोरोना हारेगा, झारखंड जीतेगा। हेमंत सोरेन ने रामगढ़ के गोला में भूख की खबर पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश रामगढ़ डीसी को दिया है। इस दौरान कुछ लोगों ने सरकार द्वारा भेजी गई सामग्री मिलने पर सीएम को धन्यवाद दिया है।

इधर, मुंबई में रह रहे झारखंड के कई लोग वहां फंसे झारखंड के मजदूरों को मदद कर रहे हैं। इनमें वहां की कई संस्थाएं भी सामने आई हैं जिनका संचालन झारखंड के लोगों द्वारा किया जाता है। रोटरी क्लब के विनोद अग्रवाल के नेतृत्व में झारखंड के 376 परिवारों को गोरे गांव एवं मलाड क्षेत्रों में सहायता पहुंचाई गई। झारखंड के लोगों द्वारा संचालित संस्थाएं झारखंडवासी परिवर्तन संघ तथा ऑल हिन्द वेलफेयर एजुकेशन भी मजदूरों को सहायता पहुंचा रही है।

एक दूसरे से दूर रहें, पर दिलों को जोड़े रखें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में दूसरे राज्यों में फंसे राज्यवासियों की सेवा में लगे युवाओं को मैं नमन करता हूँ। यह समय महामारी से एक होकर लड़ने की है। मैं पहले भी कह चुका हूँ। यह महामारी जात-पात, धर्म, अमीरी-गरीबी में भेद नहीं करती। इस संघर्ष में हम सब एक हैं। हम एक दूसरे से दूर रहें, पर दिलों को जोड़े रखें। घर में रहें और सुरक्षित रहें।

कोई दुमकावासी भूखा न सोये

मुख्यमंत्री ने दुमका उपायुक्त को चड़कापाथर गांव की स्थिति का मुआयना कर लोगों तक जरूरी मदद पहुँचाते हुए सूचित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई झारखंडवासी, कोई दुमकावासी भूखा न सोये, इसको प्राथमिकता दें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि सभी दाल-भात केंद्र सुचारु रूप से संचालित हो।

खाद्यान्न अबतक नहीं मिला

मुख्यमंत्री को बताया गया कि दुमका के रामेश्वर थाना क्षेत्र स्थित चड़कापाथर गांव के लोगों की आजीविका जलावन की लकड़ी बेचकर होती है। लॉकडाउन की वजह से यह कार्य बंद है, जिससे गांव वालों के समक्ष खाद्यान्न की समस्या हो गई है। राशन भी अबतक उपलब्ध नहीं कराया गया है। मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपरोक्त निर्देश उपायुक्त को दिया है।


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