Chhath Puja 2021: छठ महापर्व पर अस्ताचलगामी सूर्य को घर से लेकर घाट तक व्रतियों ने दिया अर्घ्य
Chhath Puja Jharkhand News बड़ी संख्या में छठव्रतियों ने घर में बनाए गए कुंड में अर्घ्य अर्पित किया। कई लोग दंडवत होकर घाट पर पहुंचते दिखे। लोगों की सुविधा के लिए दोपहर से ही पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था संभालती हुई दिखी।
रांची, जासं। छठ महापर्व के तीसरे दिन व्रतियों ने रांची में घर से लेकर घाट कर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरों की छत पर छठ पूजा किया। वहीं सरकारी आदेश मिलने के बाद घाट पर पहुंचकर भगवान को अर्घ्य देने वालों की संख्या भी कम नहीं रही। शाम चार बजे से ही अल्बर्ट एक्का चौक के पास स्थिति चडरी तालाब पर लोग पहुंचने लगे। कई लोग दंडवत होकर घाट पर पहुंचते दिखे। लोगों की सुविधा के लिए दोपहर से ही पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था संभालती हुई दिखी। घाट पर व्रतियों के लिए बैरिकेडिंग की गई थी। इसके साथ ही नहाने के बाद कपड़ा बदलने की भी व्यवस्था थी।
बीस वर्ष से छठ कर रही मालती देवी चडरी तालाब के पास बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण पिछले वर्ष अच्छे से व्रत नहीं कर पाई थी। मगर संक्रमण की दूसरे लहर में उनका परिवार सुरक्षित रहा, इसलिए वह इस बार पूरी आस्था के साथ छठ का व्रत कर रही है। शाम 4.45 से चडरी तालाब में व्रतियों ने भगवान को अर्घ्य देना शुरू कर दिया था। कई व्रती सूर्यास्त होने के बाद घाट पर ही कोसी सजाई, इसके बाद छठ गीत गाई।
करमटोली तालाब
शाम तीन बजे से तालाब के बाहर मेले जैसा दृश्य नजर आने लगा। बैलून बेचने वाले से लेकर चाट तक की दुकान देखने को मिली। यहां तीन बजे से ही व्रती तालाब के किनारे पहुंचने शुरू हो गए थे। जबकि भीड़ से बचने के लिए कई व्रती 4.30 बजे से भगवान को अर्घ्य देकर घर निकलने लगे। हालांकि घाट पर लोगों की सुविधा के लिए खतरे का निशान और नहाने के बाद कपड़ा बदलने की व्यवस्था की गई थी। कई संस्थाओं के द्वारा यहां व्रतियों के बीच केला आदि फल का वितरण किया गया। इस घाट के बाहर कोरोना वैक्सीन सेंटर भी बनाया गया था। मगर लोग पूछताछ तो करते दिखे, मगर वैक्सीन लेने वालों की संख्या न के बराबर रही।